‘एम्फन’ तूफान के एक सप्ताह बाद ही बिजली-पानी की आपूर्ति नहीं, क्या कहता है कोलकाता नगर निगम?
कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के सूत्रों के मुताबिक व्यवस्था बहाल करने का काम निरंतर चल रहा है और उम्मीद है कि आज रात या बुधवार सुबह तक गिरे हुए पेड़ों को सड़कों से हटा दिया जाएगा।
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः चक्रवात ‘एम्फन’ के कारण कोलकाता शहर के विभिन्न हिस्सों में बुरी तरह प्रभावित पेयजल और बिजली आपूर्ति व्यवस्था बहाल कर दी गई है, लेकिन आवश्यक सेवाएं उपलब्ध नहीं होने पर कुछ इलाके में लोगों का प्रदर्शन भी जारी है। लोगों की परेशानी अब भी बनी हुई है। कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के सूत्रों के मुताबिक व्यवस्था बहाल करने का काम निरंतर चल रहा है और उम्मीद है कि आज रात या बुधवार सुबह तक गिरे हुए पेड़ों को सड़कों से हटा दिया जाएगा।
केएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,‘हमारा काम लगभग पूरा हो चुका है। अब सीईएससी बिजली बहाल करने का काम कर रही है। उन्होंने हमें आश्वस्त किया है कि बुधवार सुबह तक बाकी इलाके में बिजली सेवा बहाल कर दी जाएगी।’ बंगाल की राजधानी कोलकाता सहित छह जिलों में 20 मई को आए चक्रवात के कारण लाखों लोग बेघर हो गए। निचले इलाकों में पानी भर गया और हजारों पेड़ उखड़ गए। शहर के कुछ हिस्सों में लोगों ने मंगलवार को प्रदर्शन भी किया। गारिया और बेहाला में प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों को लेकर सड़क को बंद कर दिया और गाड़ियों की आवाजाही रोक दी। गारिया के एक निवासी ने बताया,‘छह दिन बीत चुके हैं लेकिन हमारे इलाके में बिजली सेवा बहाल नहीं हुई है। हमें नहीं पता कि कब सेवा बहाल की जाएगी।’ लोगों ने आरोप लगाया कि कलकत्ता बिजली आपूर्ति निगम (सीईएससी) बिजली सेवा बहाल करने में कामयाब नहीं हो पाया है और स्थिति देखने के लिए कंपनी के एक भी अधिकारी इलाके में नहीं आए हैं।
एक अन्य बाशिंदे ने बताया,‘हमने स्थानीय प्रशासन और स्थानीय पुलिस थाने से संपर्क कर अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत कराया। लेकिन कहीं से भी कोई मदद नहीं मिली ।’ बेहाला के लोगों ने गर्मी बढ़ने के बीच पानी की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन किया। हुगली जिले के सेवड़ाफुली में राज्य के नेता विपक्ष व कांग्रेस विधायक अब्दुल मन्नान ने बिजली आपूर्ति बहाल किए जाने में सीईएससी की नाकामी के खिलाफ प्रदर्शन किया। पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा मदद के अनुरोध के बाद राज्य में जरूरी आधारभूत संरचना और सेवाओं को बहाल करने के लिए शनिवार को कोलकाता और इसके पड़ोस के जिलों में सेना की तैनाती की गयी । दक्षिण और उत्तरी 24 परगना तथा पूर्वी मेदिनीपुर जिले के कई इलाकों में मोबाइल और इंटरनेट सेवा बहाल नहीं हो पाई है ।