Corona in Bengal: नहीं है कोविशील्ड टीका, अनिश्चितकाल के लिए केएमसी के सभी कैंप बंद
Corona in Bengal अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज वैक्सीन को भारत में अप्रूवल मिल गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने एक ट्वीट में इसकी घोषणा की। यह देश में उपलब्ध होने वाली चौथी कोविड वैक्सीन होगी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। कोलकाता नगर निगम के पास कोविशिल्ड की खुराक उपलब्ध नहीं होने के कारण शनिवार से अनिश्चितकाल तक केएमसी का कैंप नहीं लगेगा। कोलकाता नगर निगम के चीफ म्युनिसिपल हेल्थ ऑफिसर की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि कोविशिल्ड टीका नहीं होने के कारण कोलकाता के 102 काेविशिल्ड कैंप तथा 50 कोविशिल्ड मेगा सेंटर्स में टीकाकरण कैंप नहीं लगेगा। अगले आदेश तक यही मान्य होगा। वहीं कोवैक्सीन के 40 कैंप पहले की तरह ही लगेंगे।
बता दें कि शुक्रवार को भी कोलकाता में कोविशील्ड का कैंप नहीं लगा। कोविशिल्ड कैंप नहीं लगने से लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है। जिलों में भी कई जगहों पर टीकाकरण के लिए लंबी कतारें देखी जा रही हैं। राज्य सरकार लगातार केंद्र से टीका की मांग कर रही है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गुरुवार को पत्र लिखकर आशंका जतायी है कि अगर राज्य में टीकों की आपूर्ति नहीं बढ़ाई गई तो कोविड की स्थिति गंभीर रूप ले सकती है। उन्होंने प्रधानमंत्री से टीकों की आपूर्ति बढ़ाने की अपील की। उन्होंने कहा है कि राज्य को सभी पात्र लोगों को टीका लगाने के लिए कोविड टीकों की करीब 14 करोड़ खुराकों की जरूरत है। इधर, शुक्रवार को केएमसी प्रशासक व मंत्री फिरहाद हकीम ने आरोप लगाया कि साजिश के तहत केंद्र सरकार टीका बंगाल को जरूरत के अनुसार नहीं दे रही है।
गौरतलब है कि अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज वैक्सीन को भारत में अप्रूवल मिल गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने एक ट्वीट में इसकी घोषणा की। यह देश में उपलब्ध होने वाली चौथी कोविड वैक्सीन होगी। सीरम इंस्टिट्यूट की कोविशील्ड (ऑक्सफर्ड-एस्ट्राजेनेका), भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और डॉ रेड्डीज की स्पूतनिक वी (रूस में डेवलप) पहले से ही उपलब्ध हैं। सिप्ला को भी मॉडर्ना की वैक्सीन के इम्पोर्ट की इजाजत मिल चुकी है। जॉनसन एंड जॉनसन इस वैक्सीन का उत्पादन कैसे करेगी, इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है। मगर कंपनी ने यह जरूर कहा है कि उसकी ग्लोबल सप्लाई में बायोलॉजिकल ई की अहम भूमिका होगी।