'कोवैक्सीन' के क्लीनिकल ट्रायल के लिए वोलेंटियर बनने को नाइसेड को बंगाल के कई जिलों से मिले सैकड़ों आवेदन
कोलकाता व आसपास के क्षेत्रों से लगभग 1000 वोलेंटियरों का चयन किया जाएगा। नाइसेड के एक अधिकारी ने कहा-हमने कोलकाता के 10-15 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोगों को वोलेंटियर बनाने का फैसला किया है। ऐसे लोगों को तलाशना होगा जो हमारे संस्थान तक जल्दी आ सके।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ कॉलेरा एंड एंटरिक डिजीज (नाइसेड) को बंगाल के विभिन्न जिलों से सैकड़ों लोगों के आवेदन प्राप्त किए हैं, जो कोविड-19 की वैक्सीन 'कोवैक्सीन' के तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल के लिए वोलेंटियर बनने के इच्छुक हैं। नाइसेड में कोवैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल के लिए कोलकाता व आसपास के क्षेत्रों से लगभग 1,000 वोलेंटियरों का चयन किया जाएगा। नाइसेड के एक अधिकारी ने कहा-'हमने कोलकाता के 10-15 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोगों को वोलेंटियर बनाने का फैसला किया है। हमें ऐसे लोगों को तलाशना होगा, जो इस उद्देश्य के लिए अपने निवास स्थल से हमारे संस्थान तक जल्दी से आ सके।
स्वास्थ्य संबंधित मानदंडों की जांच करना महत्वपूर्ण
अब तक बंगाल के विभिन्न जिलों से सैकड़ों आवेदन मिल चुके हैं। यह एक अच्छा संकेत है कि लोग तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल का हिस्सा बनने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं लेकिन स्वस्थ वोलेंटियरों को तलाशने के लिए स्वास्थ्य संबंधित मानदंडों की जांच करना महत्वपूर्ण है।
चार डिग्री सेल्सियस तापमान पर वैक्सीन संरक्षण
स्वयंसेवकों में से आधे को वास्तविक वैक्सीन दिया जाएगा जबकि बाकी को प्लेसबो दिया जाएगा।' अधिकारी ने आगे कहा-'1,000 वोलेंटियरों की सूची को दिसंबर के पहले सप्ताह तक अंतिम रूप दे दिया जाएगा। हम संस्थान की प्रयोगशाला में शून्य से माइनस चार डिग्री सेल्सियस तापमान पर वैक्सीन शीशियों का संरक्षण कर रहे हैं।'
वोलेंटियरों को देशव्यापी ट्रायल के लिए चुना जाएगा
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च-नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ वायरोलॉजी के सहयोग से भारत बायोटेक द्वारा विकसित किए जा रहे पहले स्वदेशी कोविड-19 वैक्सीन के लिए लगभग 28,500 वोलेंटियरों को देशव्यापी ट्रायल के लिए चुना जाएगा। बंगाल के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने भी वोलेंटियर बनने की इच्छा व्यक्त की है। 62 वर्षीय हकीम ने नाइसेड के अधिकारियों से भी इस बारे में बातचीत की है।