Move to Jagran APP

बंगाल के हुगली जिले से एनआइए ने बंगाल से माओवादियों के प्रॉपर्टी मैनेजर को दबोचा

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने शनिवार को बंगाल के हुगली जिले से माओवादी नेताओं के अवैध रुपये को प्रॉपर्टी में लगाने वाला एक प्रॉपर्टी मैनेजर को गिरफ्तार किया है।

By Vijay KumarEdited By: Published: Sat, 02 May 2020 06:27 PM (IST)Updated: Sat, 02 May 2020 06:27 PM (IST)
बंगाल के हुगली जिले से एनआइए ने बंगाल से माओवादियों के प्रॉपर्टी मैनेजर को दबोचा
बंगाल के हुगली जिले से एनआइए ने बंगाल से माओवादियों के प्रॉपर्टी मैनेजर को दबोचा

राज्य ब्यूरो, कोलकाताः राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने शनिवार को बंगाल के हुगली जिले से माओवादी नेताओं के अवैध रुपये को प्रॉपर्टी में लगाने वाला एक प्रॉपर्टी मैनेजर को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि मनोज चौधरी नाम का यह शख्स झारखंड की गिरिडीह इलाके में साल 2018 में हथियार बरामदगी मामले में भी वांटेड था। उसके पास कई अचल संपत्तियों की लेनदेने के दस्तावेज भी मिले हैं। रांची स्थित एनआइए के विशेष कोर्ट ने मनोज चौधरी को पूछताछ के लिए 5 दिन की रिमांड पर भेज दिया है। इस पूछताछ के दौरान माओवादियों के बड़े संपत्ति रैकेट का खुलासा हो सकता है।

loksabha election banner

एनआइए के एक आला अधिकारी ने बताया कि मनोज चौधरी मूलत: झारखंड के गिरिडीह के चालकारी गांव का रहने वाला है। इस आरोपी को हुगली जिले से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से अचल संपत्तियों से संबंधित लेनदेन दिखाने वाले अनेकों दस्तावेज भी बरामद किए गए। अधिकारी ने बताया कि मनोज चौधरी झारखंड के गिरिडीह जिले में भारी मात्रा में साल 2018 में हुई हथियारों की बरामदगी के मामले में भी वांछित था। इस मामले में माओवादी कमांडर सुनील मांझी समेत 15 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। बाद में यह मामला जांच के लिए एनआइए को सौंप दिया गया था। एनआइए ने इस मामले में दो आरोपपत्र भी दाखिल किए थे जिनमें मनोज चौधरी का नाम भी शामिल था।

एनआइए के आला अधिकारी के मुताबिक मामले की जांच के दौरान पता चला की मनोज चौधरी प्रतिबंधित माओवादी का वरिष्ठ सक्रिय सदस्य है और उसके पास माओवादी नेताओं द्वारा उगाही के पैसों से गिरिडीह जिले के प्रमुख स्थानों पर अचल संपत्तियों के खरीदने का भी काम था। यह भी आरोप है की यह संपत्तियां अलग-अलग लोगों के नाम पर खरीदी जाती थी जो मनोज चौधरी के जानने वाले भी होते थे। मनोज के पास से जो दस्तावेज बरामद हुए हैं उसमें पैसों के बड़े लेन-देन की जानकारी छुपी हुई है जिससे पता चलता है कि मनोज चौधरी कई बड़े माओवादी आकाओं के संपर्क में था।

इन दस्तावेजों की जांच करने और माओवादियों की संपत्ति का पता लगाने के लिए एनआइए ने मनोज चौधरी को पूछताछ के लिए 5 दिन की रिमांड पर लिया है। एनआइए के आला अधिकारी ने बताया कि इस पूछताछ के दौरान माओवादियों के बड़े संपत्ति रैकेट का खुलासा हो सकता है और यह संपत्ति माओवादियों द्वारा उगाही के पैसों से खरीदी गई थी। अधिकारी ने बताया कि यह संपत्ति इनमें से अनेक संपत्तियां गिरिडीह के अनेक प्रमुख स्थानों पर हैं जिनकी जांच की जा रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.