सीसीटीवी फुटेज ने सुलझायी हत्या की गुत्थी, अभियुक्त गिरफ्तार
सीसीटीवी फुटेज से मिले सूत्र के आधार पर पहले पप्पू नाम के एक अभियुक्त को पुलिस ने दबोचा।
संवाद सूत्र, बैरकपुर। सोमवार की शाम बेलघरिया के रथतला के फीडर रोड पर साहेब अली उर्फ मिंटू की हत्या हुई थी। हत्या में संलिप्त आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सीसीटीवी फुटेज से मिले सूत्र के आधार पर पहले पप्पू नाम के एक अभियुक्त को पुलिस ने दबोचा। फिर उससे पूछताछ करने के बाद पुलिस ने मंगलवार को काकीनाड़ा से दो और अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।
मिंटू की हत्या के मामले में अब तक तीन गिरफ्तारियां हुई है और एक अभियुक्त को पुलिस तलाश रही है। बता दें कि घटनास्थल पर की एक नर्सिंगहोम के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे ने हत्या की गुत्थी को सुलझा कर रख दिया है। हत्या के बाद आक्रोशित जनता ने नर्सिंगहोम प्रबंधन से घटना के समय का सीसीटीवी फुटेज की माग की थी ताकि हत्यारोपियों की पहचान हो सके लेकिन प्रबंधन ने उनकी माग को ठुकरा दिया था। इसके बाद आक्रोशित जनता ने नर्सिंगहोम में तोड़फोड़ की थी। उग्र लोगों ने वहा का रिसेप्शन काउंटर को भी तहस नहस कर दिया।
आखिरकार वहा पहुंची पुलिस ने हालात को काबू में किया। सीसीटीवी फुटेज में मिंटू को गोली लगने के बाद कुछ लोग उसे आटो से उस नर्सिंगहोम में ले जाते दिख रहे हैं। उनमें पप्पू भी था। बेलघरिया थाना की पुलिस ने पहले पप्पू को हिरासत में लेकर गहन पूछताछ की और उससे मिली जानकारी के आधार पर नेपाली और आसिफ नामक दो अन्य अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।
वे दोनों काकीनाड़ा के एक गुप्त ठिकाने पर छुपे हुए थे। इस हत्याकांड में स्थानीय पार्षद के बेटे का नाम भी सामने आया है, जो फरार बताया गया है। पूछताछ में पता चला है कि सब्जी व फल विक्रेता मिंटू ने आसिफ से कुछ रुपये कर्ज ले रखा था। बार बार तगादा करने पर भी वह रकम वापस नही दे रहा था। उसे डरा धमका कर अपनी रकम वापस पाने के लिए आसिफ अपने दोस्तों के साथ उसे घेर लिया। नेपाली के हाथ में आग्नेयास्त्र था, जिसे चमका कर वह मिंटू को डरा रहा था। गिरफ्तार युवकों का दावा है कि उस समय गलती से गोली चल गई। इससे उसकी मौत हो गई।