पंचायत चुनाव तृणमूल के पतन की शुरूआत है : मकुल
आसन्न पंचायत चुनाव तृणमूल के पतन की शुरूआत है। बंगाल की जनता कुशासन से मुक्त होना चाहती है।
नदिया , संवाद सूत्र। आसन्न पंचायत चुनाव तृणमूल के पतन की शुरूआत है। बंगाल की जनता कुशासन से मुक्त होना चाहती है। भाजपा नेता मुकुल राय ने ये बातें कहीं। वे रविवार को पार्टी के कार्यक्रम में कृष्णानगर पहुंचे थे।
इस दौरान तृणमूल सहित कई अन्य दलों के 200 नेता व कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हुए। मुकुल राय तथा भाजपा के पूर्व सांसद सत्यब्रत बंद्योपाध्याय ने इन लोगों को पार्टी का झंडा थमाया। मुकुल ने कहा कि बंगाल में बदला नहीं बदल चाहिए जैसी लोकलुभान बातें कह कर वर्ष 2011 में ममता बनर्जी सत्ता में आई, लेकिन आज आज बंगाल में गणतंत्र का हनन हो रहा है जबकि वे इस पर मौन हैं।
खुद मुख्यमंत्री और उनके पार्टी के नेता विपक्ष शून्य पंचायत गठन की बात कह रहे हैं। तृणमूल ने चहंुओर आतंक कायम कर रखा है। नामांकन करने जा रहे भाजपा के लोगों को रोका जा रहा है। उन्हें मारा-पीटा जा रहा है। राय ने कहा कि वे भाजपा उन कार्यकर्ताओं के प्रति कृतज्ञ हैं जो कि इस आतंक के इस माहौल में भी अपने इलाके में भाजपा की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने तृणमूल के खिलाफ इस लड़ाई में वाममोर्चा से सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि भाजपा ही एक मात्र पार्टी है जो तृणमूल के खिलाफ लड़ाई लड़ सकती है।
उन्होंने वाममोर्चा कार्यकर्ता व समर्थकों से भाजपा के नेतृत्व में तृणमूल के खिलाफ लड़ाई में भागीदार बनने की अपील की। मोहम्मदबाजार में हुई हिंसक झड़प में भाजपा पर झारखंड से लोग लाने का आरोप लगा है। इस आरोप को खारिज करते हुए मुकुल ने कहा कि मोहम्मदबाजार में जनता ने सामूहिक रुप से तृणमूल का विरोध किया है।
उन्होंने सवाल किया कि तृणमूल के जिला अध्यक्ष अनुव्रत मंडल ने झारखंड से भाजपा के कार्यकर्ताओं को लाने का आरोप लगाया तो क्या उनके लोग चांद से आए थे। तृणमूल के लोगों को मुंह क्यों छुपाना पड़ा? पुलिस अधिकारियों पर कटाक्ष करते हुए मुकुल ने कहा कि आइपीएस अधिकारियों के बैज पर सत्यमेव जयते लिखा रहता है। राज्य में जिस तरह से हिंसा हो रही है, उन्हें अपना बैज खोलकर फेंक देना चाहिए।