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कृष्णगंज में विधायक की हत्या के आरोपपत्र से हटेगा मुकुल रॉय का नाम! सियासी गलियारों में कुछ ऐसी ही चर्चा

क्या इस बार कृष्णगंज में तृणमूल विधायक की हत्या के मामले में पूरक आरोपपत्र से मुकुल रॉय का नाम हटाया जाएगा? सियासी गलियारों में कुछ ऐसी ही चर्चा चल रही है। नौ फरवरी 2019 को नदिया के कृष्णगंज से तृणमूल विधायक सत्यजीत विश्वास की हत्या कर दी गई थी।

By Vijay KumarEdited By: Published: Thu, 17 Jun 2021 09:17 PM (IST)Updated: Thu, 17 Jun 2021 09:17 PM (IST)
कृष्णगंज में विधायक की हत्या के आरोपपत्र से हटेगा मुकुल रॉय का नाम! सियासी गलियारों में कुछ ऐसी ही चर्चा
तृणमूल विधायक की हत्या के मामले में पूरक आरोपपत्र से मुकुल रॉय का नाम हटाया जाएगा

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : क्या इस बार कृष्णगंज में तृणमूल विधायक की हत्या के मामले में पूरक आरोपपत्र से मुकुल रॉय का नाम हटाया जाएगा? सियासी गलियारों में कुछ ऐसी ही चर्चा चल रही है। नौ फरवरी 2019 को नदिया के कृष्णगंज से तृणमूल विधायक सत्यजीत विश्वास की हत्या कर दी गई थी। उस समय मुकुल रॉय भाजपा में थे। हत्या के सिलसिले में रानाघाट अनुमंडल अदालत में सीआइडी ​​द्वारा दाखिल पूरक आरोपपत्र में मुकुल रॉय का नाम था। अब मुकुल रॉय तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। इस संदर्भ में तृणमूल के दिवंगत विधायक की पत्नी ने स्पष्ट मांग की है कि जो भी इसमें शामिल हैं उन्हें सजा मिलनी चाहिए।

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सीआइडी का कहना है कि कृष्णगंज से विधायक रहे सत्यजीत विश्वास की हत्या के मामले की जांच के दौरान 'षड्यंत्रकारी' के रूप में मुकुल रॉय की सक्रिय रूप से संलिप्तता पता चला है। सीआइडी इस मामले में मुकुल रॉय से पहले पूछताछ कर चुकी है।सीआइडी ने पिछले साल मई में दाखिल पहले आरोपपत्र में मुकुल रॉय को नामजद नहीं किया था। तब मुकुल रॉय ने खुद पर लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था और कहा था कि उन्होंने कभी भी हिंसा की राजनीति में विश्वास नहीं किया।

मेरे खिलाफ कम से कम 45 मामले लंबित हैं। मैं हिंसा की राजनीति में विश्वास नहीं करता और इस तरह की चीजों में कभी शामिल नहीं होता। मैं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जो कि बंगाल की गृहमंत्री भी हैं, को चुनौती देता हूं कि वे लोगों के बीच कहें कि क्या मेरी रूचि इस तरह की है।हालांकि मुकुल राय फिर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। सीआइडी अधिकारियों ने इस मामले के सिलसिले में पिछले साल सितंबर में दाखिल एक अन्य पूरक आरोपपत्र में भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार को नामजद किया था। गौरतलब है कि तृणमूल विधायक की फरवरी,2019 में नदिया जिले में सरस्वती पूजा के कार्यक्रम के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।


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