पीड़ा सहकर 9 माह कोख में पाला फिर किया 'कत्ल'
तमाम कष्ट सह कर नौ माह तक संतान को कोख में पाला फिर प्रसव के 2 दिन बाद ही कन्या संतान को अस्पताल की पहली मंजिल की खिड़की से नीचे फेंक दिया।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। तमाम कष्ट सह कर नौ माह तक संतान को कोख में पाला फिर प्रसव के 2 दिन बाद ही कन्या संतान को अस्पताल की पहली मंजिल की खिड़की से नीचे फेंक दिया। कर्मचारियों ने नवजात को नाले से निकाला लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
हृदय विदारक इस घटना ने अस्पताल में मौजूद मरीज व तीमारदारों को सकते में डाल दिया। पुलिस ने घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार बांकुड़ा जिला अंतर्गत गंगाजलघाटी क्षेत्र के कुकड़ाझोर गांव निवासी झर्ना मंडल नामक महिला ने शनिवार को घर पर ही कन्या संतान को जन्म दिया था। लेकिन बाद में जच्चा-बच्चा के अस्वस्थ हो जाने पर परिजनों ने रात में ही दोनों को बांकुड़ा सम्मिलनी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में भर्ती करवाया था। एसएनसीयू वार्ड में नवजात का उपचार चल रहा था।
रविवार सुबह जब डाक्टर और नर्स नियमित जांच करने के लिए पहुंचे तो शिशु कन्या गायब थी। मां से शिशु की बाबत मालूमात की गई तो वह कभी बच्ची के चोरी होने तो कभी गायब होने की जानकारी देती रही। महिला के बयान पर संदेह होने पर अस्पताल कर्मियों ने सख्ती के साथ उससे पूछताछ शुरू कर दी।
दबाव बढ़ने पर महिला ने अस्पताल की पहली मंजिल में बनी खिड़की से कन्या संतान को नाले में फेंक देने की बात स्वीकारी। कर्मचारियों ने नाले में तलाश कर नवजात की लाश को बरामद किया।
परिजनों के अनुसार झर्ना के पास पहले से एक बेटी है। दूसरी भी बेटी होने के बाद वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगी थी। बांकुड़ा सदर थाना पुलिस ने आरोपित मां को हिरासत में लेकर घटना की जांच शुरू कर दी है।