Bengal Politcs: विधानसभा चुनाव के बाद अगले महीने पहली बार बंगाल के दौरे पर आएंगे मोहन भागवत
15 से 17 नवंबर तक बंगाल के तीन दिवसीय दौरे पर रहेंगे संघ प्रमुख।2025 में संघ के सौ वर्ष पूर्ति के उपलक्ष्य में देशभर के प्रत्येक ब्लाक में संघ ने एक शाखा शुरू करने का लक्ष्य तय किया है। ये विषय भी भागवत के बंगाल दौरे का हिस्सा रहेगा।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में इस साल मार्च-अप्रैल में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को उम्मीद के अनुरूप सफलता नहीं मिली। इन सबके बीच विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद पहली बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत अगले महीने बंगाल के दौरे पर आ रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, नवंबर के मध्य में भागवत का यह दौरा होगा। वह 15 से 17 नवंबर तक बंगाल के तीन दिवसीय दौरे पर रहेंगे। इस दौरान सांगठनिक बैठक के साथ ही भागवत विशिष्ट जनों से मुलाकात करेंगे।
इधर, वर्ष 2025 में संघ के सौ वर्ष पूर्ति के उपलक्ष्य में देशभर के प्रत्येक ब्लाक में संघ ने कम से कम एक शाखा शुरू करने का लक्ष्य तय किया है। ये विषय भी भागवत के बंगाल दौरे का हिस्सा रहेगा। इस दौरे में भागवत बंगाल में संघ के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं में नए सिरे से जोश भरने की कोशिश करेंगे। बताते चलें कि तमाम कोशिशों के बावजूद विधानसभा चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन उम्मीद के अनुसार नहीं रही। भाजपा ने राज्य में 200 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा था, लेकिन पार्टी इससे काफी पीछे रह गई।
हालांकि बंगाल में पहली बार भाजपा मुख्य विपक्षी दल के रूप में जरूर उभरी है और 77 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाबी हासिल की। इससे पहले 2016 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने महज तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी। इधर, विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद से भाजपा में भगदड़ है और लगातार विधायक और नेता पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। दो मई को चुनाव परिणाम के बाद से अब तक भाजपा के चार विधायक पार्टी छोड़कर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री व आसनसोल से सांसद बाबुल सुप्रियो भी भाजपा छोड़ तृणमूल में शामिल हो चुके हैं। अभी कई और विधायकों के पार्टी छोड़ने की अटकलें हैं। इन सबके बीच अगले महीने भागवत का दौरा होगा।