आजकल के एथलीटों में जीत की भूख कम : पॉवेल
खेल संवाददाता, कोलकाता : 1991 में 8.95 मीटर लंबी कूद लगाकर विश्व रिकार्ड बनाने वाले पूर्व ट्रैक ए
खेल संवाददाता, कोलकाता : 1991 में 8.95 मीटर लंबी कूद लगाकर विश्व रिकार्ड बनाने वाले पूर्व ट्रैक एवं फील्ड एथलीट माइक पॉवेल ने कहा कि उन्हें आजकल के एथलीटों में जीत की भूख की कमी दिखती है। 17 दिसंबर को होने वाले 'टाटा स्टील कोलकाता 25के' मैराथन के ब्रांड एम्बेस्डर के तौर पर गुरुवार को महानगर पहुंचे अमेरिका के इस पूर्व स्टार एथलीट ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा-'मौजूदा दौर के युवा एथलीट प्रतिभाशाली तो हैं लेकिन उनमें खुद से उस तरह की उम्मीदें एवं जीत की भूख नही दिखती, जितनी मुझमें हुआ करती थी। मेरी कार्ल लुइस जैसे खिलाड़ियों से सबसे उच्च स्तर पर प्रतिस्पर्धा होती थी इसलिए खुद से काफी ज्यादा उम्मीदें होती थीं। आज के एथलीट प्रतिभावान तो हैं लेकिन उनकी उस तरह की मानसिकता नहीं है। पॉवेल का 26 साल पुराना विश्व रिकार्ड अभी तक कोई तोड़ नहीं पाया है। उन्होंने कहा-'मुझे इस बात का दुख है कि मेरा रिकार्ड 8.95 मीटर का है। ये कम से कम 9.10 से 9.15 मीटर का होता तो मैं ज्यादा राहत महसूस करता। मैं जानता था कि ये मेरा सर्वोत्तम प्रदर्शन नहीं है लेकिन उसके बाद मुझे चोट लगनी शुरू हो गई और उम्र भी होने लगी थी। अभी अगर कोई जंपर 8.50 मीटर तक पहुंच जाता है तो मैं थोड़ा नर्वस हो जाता हूं। मैं जानता हूं कि रिकार्ड टूटने के लिए बनते हैं लेकिन मैं अपना रिकार्ड खोना नहीं चाहता। मैं विश्व रिकार्ड धारी बने रहना चाहता हूं लेकिन मुझे मालूम है कि एक दिन मेरा रिकार्ड टूट जाएगा। शायद मुझसे कोचिंग लिया हुआ कोई इसे तोड़ दे।' पॉवेल मानते है कि जमैका के स्टार धावक उसैन बोल्ट ने अगर लंबी कूद का प्रशिक्षण लिया होता तो वे उनका रिकार्ड तोड़ सकते थे।