भागाड़ के मरे पड़े जानवरों का मीट करते थे रेस्तरां में सप्लाई
मरे पड़े जानवरों को भागाड़ (जहां मृत पशु व कूड़ा-कचरा फेंका जाता है) से उठाकर उनके मीट को काटकर विभिन्न रेस्तरां में सप्लाई करते थे।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। शहर के रेस्तरां में लजीज मीट खाने वाले लोगों के लिए एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है। दक्षिण 24 परगना जिले के बजबज में स्थानीय लोगों ने दो ऐसे शातिरों को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया है जो मरे पड़े जानवरों को भागाड़ (जहां मृत पशु व कूड़ा-कचरा फेंका जाता है) से उठाकर उनके मीट को काटकर विभिन्न रेस्तरां में सप्लाई करते थे।
इनके नाम राजा मल्लिक और श्यामलाल है। राजा बजबज नगरपालिका में कूड़ा निष्पादन विभाग का कर्मी है तथा श्यामलाल टैक्सी चालक है। शहर में कहीं भी मरे पड़े पशुओं को बजबज के भागाड़ में फेंकने की सूचना राजा ही दो अन्य मुख्य आरोपितों निमाई और सनी को देता था।
ये दोनों आरोपित वहां से पशुओं को उठाकर उसके मीट को टुकड़े-टुकड़े कर कोलकाता सहित दक्षिण 24 परगना के सीमावर्ती इलाके के रेस्तरां में पहुंचा देते थे। श्यामलाल टैक्सी ड्राइवर है जिसके जरिए मरे हुए पशुओं को वहां से उठाकर ले जाने और मीट की सप्लाई होती थी। आक्रोशित लोगों ने उसे पीटने के साथ उसकी टैक्सी में भी तोड़फोड़ की है।
स्थानीय लोगों ने दोनों को दबोचा
दरअसल स्थानीय लोगों को इनकी गतिविधियों पर पहले से ही संदेह था जिसके बाद इन पर नजर रख रहे थे। गुरुवार सुबह जैसे ही श्यामलाल टैक्सी लेकर वहां पहुंचा, लोगों ने उसे धर दबोचा। उससे पूछताछ शुरू की तो पहले तो वह आनाकानी कर रहा था लेकिन बाद में लोगों ने जब सामूहिक पिटाई शुरू की तो उसने सारा राज खोल दिया।
उसी ने बताया कि भागाड़ पर मरे हुए पशुओं के फेंके जाने की सूचना नगरपालिका कर्मी राजा मल्लिक उक्त दोनों मुख्य आरोपितों को दिया करता था। वहां से रात के अंधेरे में या सुनसान समय में पशुओं को उठाकर उसकी टैक्सी में ले जाया जाता और बाद में मीट को उसी की टैक्सी में विभिन्न रेस्तरां में पहुंचाया जाता था। गुस्साए लोगों ने एक ओर उसकी टैक्सी में तोड़फोड़ शुरू की तो दूसरी ओर राजा मल्लिक को भी धर दबोचा। दोनों को लोगों ने पहले खूब पीटा और बाद में पुलिस के हवाले कर दिया है। इनके बयान के अनुसार पुलिस दोनों मुख्य आरोपितों निमाई और सनी की तलाश में जुट गई है।
क्या कहना है नगरपालिका अध्यक्ष का
मामले का खुलासा होने के बाद बजबज नगरपालिका की चेयरमैन फूलू दे ने कहा कि नगरपालिका कर्मी राजा मल्लिक के इस कुकृत्य के बारे में किसी को भनक तक नहीं थी। अब जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है तो कानूनी कार्रवाई होगी ही, नगरपालिका की ओर से भी विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
मंत्री ने दिया जांच का आदेश
इधर मामले के प्रकाश में आने के बाद शहरी विकास व नगरपालिका मामलों के मंत्री फिरहाद हकीम ने जांच का आदेश दे दिया है। उन्होंने साफ कहा है कि इस गिरोह से जुड़ा कोई भी शख्श बचना नहीं चाहिए।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले ही कोलकाता व सीमावर्ती जिलों में मरी हुई मुर्गी का मांस बेचने को लेकर खूब हंगामा बरपा था। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इसपर नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को सजग रहने को कहा था। अब मरे हुए पशुओं के मांस सप्लाई के खुलासे ने एक बार फिर लोगों को मुश्किल में डाल दिया है।