मथुरापुर : छिटपुर हिंसा के बीच हुआ मतदान
- रायदिघी में दिनभर रूक-रूक कर हुई बमबाजी - मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए तृणमूल पर स्वा
- रायदिघी में दिनभर रूक-रूक कर हुई बमबाजी
- मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए तृणमूल पर स्वादिष्ट खाना देने का आरोप
जागरण संवाददाता, कोलकाता : सातवें और अंतिम चरण में मथुरापुर लोकसभा केंद्र में भी दिनभर हिंसक घटनाओं के बीच मतदान हुआ। मथुरापुर के रायदिघी स्थित सातपुरा में सुबह मतदान शुरू होने के कुछ देर बाद ही हिंसा शुरू हो गई। मतदाताओं को डराने के लिए सुबह और दोपहर में कई बार बमबाजी हुई। इस दौरान हाथ में बंदूक लिए कुछ समाजविरोधियों को भी देखा गया। विपक्षी पार्टियों ने सत्तारूढ़ तृणमूल पर अपने पोलिंग एजेंटों को बूथ के भीतर बैठने नहीं देने का भी आरोप लगाया।
हालांकि केंद्रीय बलों और पुलिस की मुस्तैदी के कारण कहीं बड़ी अप्रिय घटना नहीं हुई। केंद्रीय बल, पुलिस और क्यूआरटी की टीम ने संयुक्त रूप से मौके पर पहुंच कर उपद्रवियों को खदेड़ा और हालात पर काबू पाया। तृणमूल और भाजपा ने घटना के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराते हुए शिकायत भी दर्ज कराई है। उधर, मथुरापुर के मंदिरबाजार स्थित सीतागाछी में 200 नंबर बूथ पर सुबह मतदान शुरू होने के बाद तीन बार इवीएम खराब होने के चलते घंटों मतदान प्रभावित हुआ। इसके अलावा
मथुरापुर में महिला मतदाताओं ने बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाते हुए मोगराहाट इलाके में कई महिलाएं हाथों में डंडे लेकर सड़क पर उतर आईं और विरोध प्रदर्शन किया। बाद में मौके पुलिस और केंद्रीय बलों ने पहुंच कर उन्हें समझा बुझा कर शांत कराया। दूसरी ओर मथुरापुर के तृणमूल उम्मीदवार चौधरी मोहल जटुआ, भाजपा के श्यामा प्रसाद हल्दर, माकपा के डॉक्टर शरत चंद्र हलदर और कांग्रेस की कृतिवास सरदार दिनभर अपने लोकसभा केंद्र में भागदौड़ करते नजर आए। शाम तीन बजे तक मथुरापुर में 69.39 फीसद तक मतदान हो चुका था।
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