एंबुलेंस के किराए को लेकर नोकझोंक में गई अधेड़ की जान
जागरण संवाददाता कोलकाता बागुईआटी थानांतर्गत हतियारा झीलबगान में एंबुलेंस के किराए की अगि
जागरण संवाददाता, कोलकाता : बागुईआटी थानांतर्गत हतियारा झीलबगान में एंबुलेंस के किराए की अग्रिम राशि देने को लेकर हुए विवाद में एक अधेड़ की मौत होने का मामला प्रकाश में आया है। मृतक की पहचान शिबू सरदार के रूप में हुई है। उधर, घटना से नाराज लोगों ने एंबुलेंस चालक की बुरी तरह पिटाई कर दी और उसकी गाड़ी में तोड़फोड़ भी की गई। चालक का नाम चंदू सरकार है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों के चंगुल से चालक को मुक्त कराया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया। पता चला है कि एंबुलेंस चालक राजारहाट-गोपालपुर नगरपालिका का कर्मचारी था। एंबुलेंस भी पालिका ही की थी।
ये है मामला
मंगलवार को झीलबगान निवासी शिबू सरदार की तबीयत अचानक खराब हो गई। उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही थी। काफी समय बीत जाने के बावजूद जब हालत में सुधार नहीं हुई, तो शिबू को तुरंत अस्पताल ले जाने के लिए स्थानीय एक एंबुलेंस को सूचना दी गई। चांदू सरकार नामक व्यक्ति कुछ देर में ही एंबुलेंस लेकर हाजिर हो गया। कोलकाता स्थित अस्पताल में ले जाने के लिए 700 रुपये किराया तय हुआ। पर एंबुलेंस चलाने से पहले चालक ने शिबू के स्वजनों से 500 रुपये एडवांस देने को कहा। शिबू के बेटे अरूप सरदार ने कहा कि वो पैसे देने को भी राजी था। पर पिता की हालत ज्यादा खराब होता देख उसने कहा कि पहले तुरंत अस्पताल पहुंचाए, वहीं पूरे पैसे दे दिया जाएगा। लेकिन चालक इसके लिए राजी नहीं हुआ। यही नहीं पैसे नहीं देने पर एंबुलेंस लेकर चले जाने की धमकी देने लगा। इसी जद्दोजहद में शिबू की तबीयत ज्यादा खराब हो गई और उसने अस्पताल जाने से पहले ही दम तोड़ दिया। इससे नाराज शिबू के स्वजनों और स्थानीय लोगों ने एंबुलेंस चालक को पकड़ कर जमकर पिटाई कर दी। यही नहीं, एंबुलेंस को भी तोड़ दिया। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और लोगों को चंगुल से चालक को मुक्त कराया। बाद में उसका उपचार भी कराया गया। हालांकि दोनों पक्षों में से किसी ने भी थाने में शिकायत दर्ज नहीं कराई, इस कारण किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया।