पुरुलिया में दोहरे मौत मामले में ममता सरकार से रिपोर्ट तलब
केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल में पिछले सप्ताह तीन दिनों के भीतर एक एसटी व एक ओबीसी युवक की संदिग्ध मौत के मामले में राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल में पिछले सप्ताह तीन दिनों के भीतर एक एसटी व एक ओबीसी युवक की संदिग्ध मौत के मामले में राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। इन मौतों को लेकर सामाजिक न्याय और सशक्तीकरण मंत्रालय ने ममता बनर्जी सरकार को एक नोट लिखा है। जिसमें इन की मौतों को लेकर चिंता व्यक्त की गई है।
पिछले सप्ताह पुरुलिया जिले के बलरामपुर में 18 साल के एक एसटी युवक त्रिलोचन महतो का शव पेड़ से लटका मिला था। रिपोटरें के मुताबिक वह भाजपा का कार्यकर्ता था। उस समय जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया था कि महतो के शव के पास से बिना हस्ताक्षर का एक नोट भी मिला था। अधिकारी के मुताबिक नोट पर लिखा था कि उसे भाजपा के लिए काम करने की सजा दी गई है।
इस घटना के बाद भाजपा और उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की कड़ी आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि टीएमसी की सरकार ने राज्य में कम्युनिस्ट शासन की हिंसक विरासत को भी पीछे छोड़ दिया है। इस घटना के तीन दिन दिन बाद 35 साल भाजपा के ओबीसी सेल के कार्यकर्ता का शव बिजली के खंभे से लटका मिला था। यह घटना भी पुरुलिया की थी।
इसके बाद भाजपा ने राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। पार्टी ने दावा किया कि दूसरा मृतक भी उसका सदस्य था। बीते शनिवार को पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य की सीआइडी को इन मौतों के मामलों की जांच करने का आदेश दिया था। इसके बाद अब केंद्र ने राज्य से रिपोर्ट तलब किया है।