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Bengal Assembly Elections: सभी जिलों के प्रमुख नेताओं के साथ चार दिसंबर को वर्चुअल बैठक करेंगी ममता

सात दिसंबर को पश्चिम मेदिनीपुर में सभा करेंगी जहां पूर्व मेदिनीपुर के सभी प्रमुख नेताओं को बुलाया गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चार दिसंबर को सभी जिलों के प्रमुख नेताओं के साथ वर्चुअल बैठक करेंगी। शुभेंदु के पद से इस्तीफा देने के बाद पार्टी में हलचल तेज हो गई है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 07:08 AM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 07:08 AM (IST)
Bengal Assembly Elections: सभी जिलों के प्रमुख नेताओं के साथ चार दिसंबर को वर्चुअल बैठक करेंगी ममता
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जिलों के प्रमुख नेताओं के साथ वर्चुअल बैठक करेंगी।

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी के राज्य के परिवहन मंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद पार्टी में हलचल तेज हो गई है। अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चार दिसंबर को सभी जिलों के प्रमुख नेताओं के साथ वर्चुअल बैठक करेंगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री सात दिसंबर को पश्चिम मेदिनीपुर में सभा करेंगे जहां पूर्व मेदिनीपुर के सभी प्रमुख नेताओं को बुलाया गया है।

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बताते चलें कि शनिवार को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने मालदा जिले के अपने नेताओं को कोलकाता तलब किया था। तृणमूल सांसद तथा युवा तृणमूल के अध्यक्ष अभिषेक बनर्जी ने कोलकाता में पार्टी के मालदा जिला अध्यक्ष मोयाज्जेम हुसैन, जिले की सभानेत्री मौसम बेनजीर नूर, जिला परिषद के सभाधिपति गौड़चंद्र मंडल, राज्य के दो पूर्व मंत्री कृष्णेंदु नारायण चौधरी व सावित्री मैत्र, तीन को-आर्डिनेटर दुलाल चंद्र सरकार, अमलान भादुड़ी व मानव बंद्योपाध्याय के साथ बैठक की। हालांकि पार्टी सूत्रों का कहना है कि बैठक में मुख्य रूप से मालदा में तृणमूल कांग्रेस की सांगठनिक मजबूती पर जोर दिया गया।

लेकिन इसके साथ सूत्रों का यह भी कहना है कि शुभेंदु अधिकारी के मंत्रिपद से इस्तीफा देने के बाद जो परिस्थितियां पैदा हो रही हैं, उसमें तृणमूल नेतृत्व अपने मालदा जिले के नेताओं के मनोभाव को जान लेना चाहता है इसलिए उन्हें तुरंत तलब किया गया। इसकी एक प्रमुख वजह यह भी है कि कोर कमेटी के कई सदस्य शुभेंदु अधिकारी के बेहद करीबी बताए जा रहे हैं।

मौसम बेनजीर नूर के कांग्रेस छोड़कर तृणमूल में आने में शुभेंदु अधिकारी की अहम भूमिका रही है। इसी तरह अमलान भादुड़ी भी शुभेंदु अधिकारी के काफी करीबी माने जाते हैं। दरअसल तृणमूल नेतृत्व नही चाहता कि शुभेंदु अधिकारी के इस कदम से उसके मालदा जिला नेतृत्व में किसी तरह की टूट पड़े इसलिए वह इस प्रयास में जुट गया है। पार्टी विधायक मिहिर गोस्वामी के पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने से भी तृणमूल को तगड़ा झटका लगा है। 


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