न्यायापालिका पर हस्तक्षेप लोकतंत्र के लिए खतरनाक : ममता
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठतम जजों द्वारा सुप्रीम कोर्ट प्रशासन पर ही सह
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठतम जजों द्वारा सुप्रीम कोर्ट प्रशासन पर ही सही से काम नहीं करने का गंभीर आरोप लगाए जाने के विवाद में अब बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी कूद पड़ी है। देश के न्यायिक इतिहास में पहली बार सेवारत जजों द्वारा संवाददाता सम्मेलन कर सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पर गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद ममता ने ट्वीट कर कहा कि यह घटना बेहद चिंतित करने वाला व देश के लिए दुखद है। उन्होंने इस बहाने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि न्यायपालिका व मीडिया लोकतंत्र के खंभे हैं लेकिन जिस प्रकार से केंद्र सरकार न्यायपालिका में हस्तक्षेप कर रही है वह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। ममता ने कहा, आज देश को यह दिन देखना पड़ रहा है कि सुप्रीम कोर्ट के जज को मीडिया के सामने आकर अपनी बातें कहनी पड़ रही है। लोगों के लिए इससे दुखद बात और कुछ नहीं हो सकती।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के दूसरे सबसे वरिष्ठ जज जे चेलामेश्वर ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि उच्चतम न्यायालय का प्रशासन सही से काम नहीं कर रहा है और बहुत सी ऐसी चीजें हुई है जो नहीं होनी चाहिए थी। इस दौरान तीन अन्य न्यायमूर्ति रंजन गोगोई, एमबी लोकुर और कुरियन जोसेफ भी मौजूद थे।