काले धन को सफेद करने को की गई नोटबंदी: ममता
नोटबंदी से देश को करीब तीन लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ और असंगठित क्षेत्र के करोड़ों मजदूरों व कर्मचारियों को अपनी नौकरी खोनी पड़ी।
कोलकाता, [राज्य ब्यूरो] । नोटबंदी की वर्षगांठ पर एक ओर जहां तृणमूल ने सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया और पीएम का पुतला फूंका। वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि नोटबंदी एक षड्यंत्र है और काला धन को सफेद करने के लिए इसे लागू किया गया। इससे आम जनता को कोई फायदा नहीं हुआ। केंद्र में सत्तारूढ़ दल भाजपा को फायदा हुआ।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से लेकर पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम और यशवंत सिन्हा तक ने इसे गलत बताया है। ये लोग अर्थशास्त्री भी हैं। जीडीपी में गिरावट आई है। लाखों लोगों का रोजगार चला गया। नकदी में कारोबार वाले छोटे व्यवसायी और असंगठित क्षेत्र के कामगार फटेहाल हो गए। नोटबंदी पर गंभीरता से जांच होनी चाहिए। जांच होने से घोटाले का पर्दाफाश होगा। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री का नाम नहीं लेते हुए उनकी तुलना मोहम्मद बिन तुगलक से की जो इतिहास में गलत निर्णय करने के लिए जाना जाता है।
गुजरात में भाजपा की नैतिक हार
मुख्यमंत्री ने कहा कि नोटबंदी की वजह से गुजरात में एक लाख कामगार बेरोजगार हुए हैं। गुजरात में की जनता भी क्षुब्ध हैं। गुजरात में भाजपा की नैतिक हार हुई है। वह डर गई है। इसलिए भाजपा के सभी बड़े नेता और मंत्री गुजरात में डटे हैं। सरकारी मिशनरी भी काम कर रही है। अच्छे काम करने पर इतना भरोसा है तो गुजरात में भाजपा क्यों डर रही है। केंद्र सरकार का काम सिर्फ राजनीतिक सभा करना और धर्मिक प्रचार करने तक रह गया है। लोगों के हित में सरकारी कार्य करने में कोई रूचि नहीं है।
ट्विटर पर भी जताया विरोध
मुख्यमंत्री ने नोटबंदी पर केंद्र पर हमला बोलने के लिए सोशल मीडिया का भी सहारा लिया। उन्होंने ट्वीट किया कि नोटबंदी (विमुद्रीकरण) एक दानवीय आपदा है। केंद्र ने अपने निहित स्वार्थो के लिए इसका उपयोग कर काले धन को सफेद करवाया। नोटबंदी एक बड़ा घोटाला है। अगर इसकी निष्पक्ष जांच हो तो यह घोटाला साबित हो जाएगा। नोटबंदी से सत्ताधारी दल भाजपा का काला धन सफेद फंड बन गया जबकि देश अंधेरे में गिर गया।
केंद्र सरकार के इस गलत निर्णय से 75 हजार से अधिक उद्योगपतियों को भारत छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा। देश में लाखों करोड़ की व्यावसायिक संभावनाएं खत्म हो गई। नोटबंदी से देश को करीब तीन लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ और असंगठित क्षेत्र के करोड़ों मजदूरों व कर्मचारियों को अपनी नौकरी खोनी पड़ी। वह पहले दिन से ही इसका कठोर विरोध करती रही है। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट की डीपी का रंग काला कर दिया और आम लोगों से भी ऐसा कर विरोध जताने की अपील की है।