बंगाल सरकार ने हस्तशिल्प के विकास के लिए काफी काम किया : ममता
हस्तशिल्प सप्ताह के शुरुआत में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बयान जारी कर दावा किया है कि पश्चिम बंगाल सरकार ने हस्तशिल्प के विकास के लिए काफी काम किया है।
कोलकाता,जेएनएन। हस्तशिल्प सप्ताह के शुरुआत में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बयान जारी कर दावा किया है कि पश्चिम बंगाल सरकार ने हस्तशिल्प के विकास के लिए काफी काम किया है। शनिवार को इस बारे में ममता ने बयान जारी कर कहा, आज से हस्तशिल्प सप्ताह की शुरुआत हो रही है।
इस मौके पर मैं यह कहना चाहती हूं कि हमारी सरकार ने हस्तशिल्प उद्योग और कारीगरों को विकसित और स्थापित करने के लिए काफी काम किया है। सरकार की हमेशा प्राथमिकता रही है कि इस उद्योग को ना सिर्फ संरक्षण दिया जाए, बल्कि सरकारी मदद से अधिक से अधिक विकसित किया जाए। अखिल भारतीय हस्तशिल्प सप्ताह 08 दिसम्बर से 14 दिसम्बर तक पूरे भारत में मनाया जाता है।
डोकरा धातु शिल्प को प्रमोट कर रही है ममता सरकार
पश्चिम बंगाल सरकार के वित्त व उद्योग विभाग ने दावा किया है कि बांकुड़ा जिले में 4000 साल से भी अधिक पुरानी डोकरा धातु शिल्प को संजोने में पश्चिम बंगाल सरकार जी जान से जुटी हुई है। शनिवार को इस बारे में बयान जारी किया गया है।
इस बारे में बताया गया है कि राज्य सरकार से सक्रिय सहायता के साथ, डोकरा के धातु शिल्प ने वापसी की है। बांग्ला का डोकवल अपनी उपस्थिति बना रहा है बल्कि वैश्विक पटल पर भी धीरे-धीरे मशहूर होता जा रहा है। बताया गया है कि 2011 में राज्य के मुख्यमंत्री बनने के बाद ममता बनर्जी ने इस बात का खासतौर पर ख्याल रखा है कि राज्य की सांस्कृतिक धरोहर संरक्षित रहे। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम व वस्त्र (एमएसएमई और टी) विभाग और पर्यटन विभागों को विरासत में पदोन्नत किया गया है। पर्यटन विभाग विशेष कला और शिल्प वाले क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास कर रहा है। डोकरा बांकुरा जिले के एक गांव बिकना से जुड़ा हुआ है।