West Bengal : देह व्यापार से जुड़े लोगों की मदद के लिए आगे आई ममता सरकार
देह व्यापार से जुड़े लोगों की मदद के लिए आगे आई ममता सरकार वैकल्पिक रोजगार की होगी व्यवस्था स्वनिर्भर समूहों का भी किया जाएगा गठन
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कोरोना काल में ममता सरकार देह व्यापार वर्करों की मदद के लिए आगे आई है। उनके लिए वैकल्पिक रोजगार की व्यवस्था की जा रही है। स्वनिर्भर समूहों का भी गठन किया जाएगा ताकि वे आर्थिक तौर पर अपने पैरों पर खड़े हो सके। राज्य के पंचायत विभाग के अधीन कंप्रेहेंसिव एरिया डेवलपमेंट कॉरपोरेशन और देह व्यापार से जुड़े लोगों की मदद के लिए आगे आई ममता सरकार का संगठन दुरबार महिला समन्वय समिति साथ मिलकर इस प्रकल्प पर काम करेंगे। देह व्यापार को 'आनंद धारा' नामक सरकारी योजना से जोड़ा जाएगा।
पंचायत विभाग के अधिकारी सौम्यजीत दास ने बताया-'बंगाल में इस समय लगभग 35 लाख देह व्यापार वर्कर हैं। उनमें से अधिकतर अभी बेरोजगार हैं। उनके लिए रोजगार की व्यवस्था की जाएगी। स्वनिर्भर समूहों के जरिए अचार, जैम, जेली, पापड़ इत्यादि तैयार कर उनकी बिक्री की जाएगी । उनके उत्पादों को सरकार ही खरीदेगी और अपने स्टोरों के माध्यम से बेचेगी। शुरुआती तौर पर जिन स्थानों का चयन किया गया है, उनमें कोन्नगर, शासन, कालना और हिंगलगंज के रेड लाइट इलाके शामिल हैं।'
दुरबार महिला समन्वय समिति से जुड़ीं महाश्वेता मुखर्जी ने कहा-' पंचायत विभाग के साथ इस बाबत कई बार हमारी बैठक हो चुकी है। पूजा के बाद इस प्रकल्प का काम आगे बढ़ाया जाएगा। कोरोना ने देह व्यापार वर्करों की जीविका पर सवालिया निशान लगा दिया है। दुरबार अपने स्तर पर भी लगातार देह व्यापार वर्करों की मदद करता आ रहा है।