ममता बनर्जी ने कहा- बांग्ला सिनेमा में अपार संभावनाएं, टालीवुड संगीतकार स्वास्थ्य साथी योजना में होंगे शामिल
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का मानना है कि बांग्ला फिल्म उद्योग में विकास की असीम संभावनाएं है। महानायक उत्तम कुमार की 39वीं पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहीं थीं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का मानना है कि बांग्ला फिल्म उद्योग में विकास की असीम संभावनाएं है। हालांकि इसका विकास बांग्ला अभिनेता-अभिनेत्री के साथ निर्देशक व टेक्नीशियन के बेहतर काम पर निर्भर करता है।
मुख्यमंत्री बुधवार को महानायक उत्तम कुमार की 39वीं पुण्यतिथि पर नजरूल मंच पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहीं थीं। उन्होंने कहा कि हमारी प्रतिस्पर्धा मुंबई से संचालित बालीवुड से है। मुंबई भले ही देश की आर्थिक राजधानी है लेकिन कोलकाता देश की सांस्कृतिक राजधानी है। यहां से महानायक उत्तम कुमार सहित कई प्रतिभावान व्यक्तित्व ने सिनेमा जगत में वैश्विक स्तर पर अपनी छाप छोड़ी। आज हमें फिर से फिल्म उद्योग में बंगाल की संस्कृति को स्थापित करना है।
इसके लिए टालीवुड के सभी कलाकारों को अच्छा से काम करना होगा। कार्यक्रम में पंडित अजय चक्रवर्ती, जय गोस्वामी सहित राज्य के कई मंत्री व विशिष्टजन उपस्थित रहे। मौके पर मुख्यमंत्री ने टालीवुड के संगीत से जुड़े कलाकारों को स्वास्थ साथी योजना से जोड़ने की घोषणा की।
कलाकारों का हुआ सम्मान
- 2019 के महानायक बाल कलाकार सम्मान- जशोजी बंद्योपाध्याय( 'एडवेंचर ऑफ जोजो' )
- बेस्ट मेकअप(रूप सज्जा) -रामचंद्र घटक (नगर कीर्तन)
- बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग -गोविंद मंडल (नगर कीर्तन),
- बेस्ट सिनेमेटोग्राफर- शुभंकर भर (ब्योमकेश गौत्रों)
- सर्वश्रेष्ठ निर्देशक- श्रीजित मुखर्जी (एक जे छीलो राजा), - सर्वश्रेष्ठ संगीतकार- प्रशेन को (शाहजहान रीजेंसी)
- सर्वश्रेष्ठ उदयीमान कलाकार- ध्रुव बंद्योपाध्याय (दुर्गेशगोरेर गुप्तोधोन), - सर्वश्रेष्ठ प्रायोजक- वेंकटेश फिल्म एंड एंटरटेनमेंट
सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री- तनुजा (सोनार पहाड़)
- सर्वश्रेष्ठ फिल्म- एक जे छीलो राजा
महानायक सम्मान- देवश्री रॉय, इंद्राणी हलदार, जीशु सेनगुप्ता और परमब्रत चटर्जी
सिनेमा जगत में भी दिखा बदलती राजनीति का स्वरूप
राज्य की बदलती राजनीतिक आबोहवा का प्रभाव सिनेमा जगत में बुधवार को और स्पष्ट रूप से परिलक्षित हुआ। सम्मान समारोह से कई सितारे गायब रहे। सम्मान पाने वालों की लिस्ट में शामिल अभिनेता जीशू सेनगुप्ता व परमब्रत चट्टोपाध्याय भी उसमें शामिल रहे। कई ऐसे अभिनेता और कलाकार जो 21 जुलाई की सभा में बढ़-चढ़ कर मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते थे, उनमें से भी कई नाम अनुपस्थित शामिल थे। 21 जुलाई तो तृणमूल का राजनीतिक कार्यक्रम था, लेकिन नजरूल मंच में बुधवार को आयोजित कार्यक्रम सरकारी था। बावजूद अनुपस्थिति का आंकड़ा लंबा था। इसको लेकर राज्य के राजनीतिक व सिनेमा जगत में चर्चा चरम पर है।