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ममता बनर्जी की तृणमूल ने कहा- ओम प्रकाश चौटाला की जनसभा को जरूरत से ज्‍यादा भाव दे रहे शरद पवार

तृणमूल कांग्रेस इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला की ओर से रविवार को हरियाणा के फतेहाबाद में बुलाई गई जनसभा में शीर्ष स्तर के अपने किसी नेता को नहीं भेजेगी। पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जनसभा में पार्टी विधायक विवेक गुप्ता शामिल होंगे।

By JagranEdited By: Sumita JaiswalPublished: Sat, 24 Sep 2022 05:19 PM (IST)Updated: Sat, 24 Sep 2022 05:19 PM (IST)
ममता बनर्जी की तृणमूल ने कहा- ओम प्रकाश चौटाला की जनसभा को जरूरत से ज्‍यादा भाव दे रहे शरद पवार
ममता की पार्टी के इस कदम की वजह राकांपा प्रमुख शरद पवार से नाराजगी बताई जा रही।

कोलकाताा,राज्‍य ब्यूरो। तृणमूल कांग्रेस इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला की ओर से रविवार को हरियाणा के फतेहाबाद में बुलाई गई जनसभा में शीर्ष स्तर के अपने किसी नेता को नहीं भेजेगी। पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जनसभा में पार्टी विधायक विवेक गुप्ता शामिल होंगे। तृणमूल के इस कदम की वजह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार से नाराजगी बताई जा रही है। पार्टी का मानना है कि पवार विरोधी गठबंधन तैयार करने में 'मसीहा' बनने की कोशिश कर रहे हैं। वे चौटाला की जनसभा को जरूरत से ज्यादा महत्व दे रहे हैं। शुरू में जनसभा में तृणमूल के राज्यसभा सदस्य सुखेंदु शेखर राय के शामिल होने की बात थी लेकिन बाद में विवेक गुप्ता को भेजने का फैसला किया गया।

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तृणमूल का शरद पवार पर आरोप 

सियासी विश्लेषकों ने कहा कि कांग्रेस को इस जनसभा में आमंत्रित नहीं किया गया है। इसे देखते हुए विभिन्न क्षेत्रीय दल अपने शीर्ष नेताओं को जनसभा में भेज रहे हैं। ऐसे में तृणमूल का अपने किसी बड़े नेता को न भेजना सवाल पैदा करता है। कारण, तृणमूल खुद ही इस वक्त कांग्रेस से दूरी बनाकर चल रही है। ऐसे में इस तरह के मंच पर उसके प्रतिनिधि का होना लाजिमी है, जहां कांग्रेस को आमंत्रित नहीं किया गया है। जिन दलों के नेता जनसभा में शामिल होंगे, उनमें से सबसे ज्यादा लोकसभा सांसद ममता की ही पार्टी के हैं। तृणमूल के एक वर्ग का आरोप है कि पवार भाजपा की गुपचुप पैरवी कर रहे हैं। इसके साथ ही वे कांग्रेस व माकपा का भी उत्साहवद्र्धन कर रहे हैं। तृणमूल के अपने किसी बड़े नेता को न भेजने की एक और प्रमुख वजह जनसभा में नीतीश कुमार का शामिल होना बताया जा रहा है। भाजपा विरोधी गठबंधन में नीतीश की भूमिका महत्वपूर्ण हो उठी है। चौटाला भले कांग्रेस को अलग रखकर आगे बढऩे की बात कहें लेकिन नीतीश कांग्रेस को साथ लेकर ही भाजपा का विरोध करना चाहते हैं। जदयू के एक नेता के मुताबिक नीतीश के गठबंधन फार्मूले में कांग्रेस, तृणमूल, आप सभी शामिल हैं।


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