West Bengal Politics: दो लाख युवाओं को बाइक देकर आत्मनिर्भर बनाएगी ममता सरकार
पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है। इस दोरान बेरोजगारी व नौकरी बड़े मुद्दे हो सकते हैं। इसी के मद्देनजर राज्य की ममत सरकार ने कर्म साथी योजना शुरू करने का फैसला किया है। इसके तहत दो लाख युवाओं को बाइक बांटी जाएगी।
कोलकाता, जेएनएन। पश्चिम बंगाल में कुछ माह बाद विधानसभा चुनाव होना है। इस दौरान बेरोजगारी और नौकरी बड़े मुद्दे हो सकते हैं। इसीलिए राज्य की ममता बनर्जी सरकार लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक नई 'कर्म साथी' योजना शुरू करने जा रही है। इस योजना के तहत दो लाख युवाओं को बाइक बांटेगी। इसके साथ ही सरकार युवाओं को अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रोत्साहित भी कर रही है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गत 4 नवंबर को लगभग 10 लाख लोगों की मदद करने का लक्ष्य रखा था, जो दो लाख लाभार्थियों पर निर्भर हैं। इसके अंतर्गत सरकार ने बाइक देने की बात कही है। सभी मोटर बाइक पर एक ऐसा बॉक्स लगाया जाएगा, जिस पर लाभार्थी फल, सब्जियां, कपड़े और अन्य आवश्यक सामान रख कर बेच सकेंगे।
लाभार्थियों को ऋण प्रदान किया जाएगा
ममता सरकार का कहना है कि इन लोगों को न बस आत्मनिर्भर बनाया जाएगा, बल्कि उन लोगों से जुड़े लगभग 10 लाख लोग भी लाभान्वित होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी लाभार्थियों को राज्य सहकारी बैंकों द्वारा कम ब्याज पर ऋण प्रदान किया जाएगा। इसके साथ ही राज्य सरकार उन्हें पूरी प्रक्रिया में सहायता करेगी।
बंगाल सरकार का क्या है उद्देश्य
बंगाल सरकार की कर्म साथी योजना का उद्देश्य वित्तीय सहायता प्रदान करना और भावी युवा उद्यमियों को मदद करना है। दो लाख रुपये तक के विनिर्माण, सेवा और व्यापार क्षेत्र में किसी भी नई आय-उत्पादक परियोजना को लेने के लिए सस्ते ऋण और सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
अगस्त में राज्य में बेरोजगारी दर में 40 फीसद की कमी आई थी
गौरतलब है कि भारत के हर राज्य में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है। बंगाल में ममता सरकार इसे लेकर काफी सजग है। हालांकि, आंकड़ों के अनुसार अगस्त में, राज्य में बेरोजगारी दर में 40 फीसद की कमी आई थी, लेकिन देखना होगा इस योजना से कितने लोगों को फायदा पहुंचता है।