गंगासागर यात्रा पर पहुंचीं ममता ने कपिलमुनि मंदिर में की पूजा
गंगासागर मेले से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गंगासागर पहुंच कपिलमुनि मंदिर में पूजा अर्चना की तथा मेल की तैयारी को लेकर महंत ज्ञानदास साथ बैठक भी की।
जागरण संवाददाता, सागरद्वीप। गंगासागर मेले से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुधवार की शाम को गंगासागर पहुंच गईं और शाम को कपिलमुनि मंदिर में पूजा अर्चना की तथा मंदिर के विकास समेत मेल की तैयारी को लेकर महंत ज्ञानदास के साथ बैठक भी की। मंदिर परिसर में बातचीत में ममता ने कहा कि गंगासागर मेले के दौरान मंत्री विभिन्न सरकारी एजेंसियों के कामकाज पर नजर रखेंगे।
उन्होंने कहा कि अतिरिक्त सुरक्षाबल भी तैनात किए जाएंगे। गंगासागर के बारे में कहा जाता है कि सारे तीर्थ बार-बार गंगासागर एक बार उन्होंने कहा कि कुंभ सहित सभी तीर्थ बस व रेल मार्ग से जाए जा सकते हैं, लेकिन केवल गंगासागर ही जलमार्ग से आया जाता है। राज्य सरकार ने मूड़ी गंगा नदी से बिजली के तार ले गयी है और गंगासागर का हर तरह से विकास किया जा रहा है।
बाद में मुख्य सचिव मलय दे और परिवहन सचिव अलापन बंद्योपाध्याय को लेकर मुख्यमंत्री ने सागर क्षेत्र में घूम कर विकास कायरें का जायजा लिया। विकास कायरें का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री ने हर तरह से गंगा सागर का विकास किया जा रहा है।
ममता जैसा पीएम चाहिए : ज्ञानदास
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सामने ही ही कपिलमुनी आश्रम के महंत ज्ञानदास ने जमकर ममता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि देश को ममता बनर्जी जैसे प्रधानमंत्री की जरुरत है। भाजपा पर राम मंदिर के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए ज्ञानदास ने कहा कि जब-जब चुनाव आता है, उन्हें राम याद पड़ते हैं। लेकिन सच तो यह है कि भाजपा राम नाम का इस्तेमाल चुनावी एजेंट के तौर पर करती है। राम उनके लिए एजेंट हैं। उन्हें मंदिर से कुछ लेना-देना नहीं। केवल कुर्सी चाहिए।
ज्ञानदास ने कहा कि वे अयोध्या में मंदिर निर्माण पर आरएसएस और विश्वहिंदू परिषद के दबाव के खिलाफ है। वह नहीं चाहते हैं मंदिर निर्माण के नाम पर देश में खून खराबा हो। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण पर खून की जगह पवित्र दूध की धारा बहनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि वह आयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर भाजपा सांसद विनय कटियार व विहिप के पूर्व नेता अशोक सिंहल के विचार से सहमत नहीं हैं। ज्ञानदास ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने पिछले छह वर्षो में गंगा सागर के विकास के लिए बहुत किया है। ममता में मानवता है और वह बेहतर मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने गंगा सागर को बहुत कुछ दिया है। अब उनसे कुछ मांगने की जरूरत नहीं हैं।