ममता ने कहा- लोकतंत्र का गला घोट रही है भाजपा
ममता बनर्जी अखिलेश यादव के समर्थन में सामने आई हैं। बनर्जी ने कहा कि अगर योगी राज में एक पूर्व मुख्यमंत्री को समारोह में शामिल नहीं होने दिया जाता तो हालात का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। तृणमूल प्रमुख व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के समर्थन में सामने आई हैं। सुश्री बनर्जी ने कहा कि अगर योगी के राज में एक पूर्व मुख्यमंत्री को कॉलेज समारोह में शामिल नहीं होने दिया जाता है तो वहां के हालात का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि आज देश में ऐसे हालात हो गए हैं कि लोगों को कहीं आने जाने भी नहीं दिया जा रहा है। रुकावट के लिए खेद है। उन्होंने कहा कि मैंने अखिलेश यादव से बात की है। हम सबने छात्रों को संबोधित करने के लिए अखिलेश को जाने की इजाजत नहीं देने पर तथाकथित भाजपा नेताओं के अहंकारी रवैये की निंदा की है।
ममता ने कहा कि विविधता में एकता हमारे देश की पहचान है लेकिन आज देश में लोकतंत्र का गला घोटा जा रहा है और वे हर किसी को सीख दे रहे हैं। वे (भाजपा) अलोकतांत्रिक दल हैं। यहां बता दें कि मंगलवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव इलाहाबाद विश्वविद्यालय के एक कालेज के कार्यक्रम में जाने के लिए निकले थे, लेकिन लखनऊ हवाई अड्डे पर उन्हें रोक दिया गया। राज्य और देशभर में विपक्षी दलों ने इस घटनाक्रम की आलोचना की है।
भाजपा करती है नफरत की सियासत
ममता बनर्जी ने कहा कि जिगनेश को भी गुजरात में यूनिवर्सिटी में आयोजित एक समारोह में हिस्सा नहीं लेने दिया गया। भाजपा के बदमाशों ने उन्हें डराया और वे हमें उपदेश देते हैं। वे अलोकतांत्रिक हैं। वे नफरत वाली सियासत करते हैं। ऐसा हमारे देश में कभी नहीं हुआ। हमारा देश विविधता में एकता वाला है। यह दुर्भाग्यूपर्ण है, मैं इसकी निंदा करती हूं।
भूपेन हजारिका का करते हैं आदर
इसके साथ ही सुश्री बनर्जी ने भूपेन हजारिका के परिवार वालों के द्वारा भारत रत्न नहीं लेने पर कहा कि हमारे दिल में भूपेन हजारिका के लिए बहुत आदर है। उनके परिवार के पास नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर एक भावना है, हम उनकी भावनाओं की सराहना करते हैं। हम बिल का कड़ा विरोध करते हैं। वे (भाजपा) इस विधेयक के नाम पर लोगों का अपमान करना चाहते हैं।
विपक्ष की रैली को करेंगी संबोधित
केंद्र सरकार के खिलाफ पूर्व घोषित धरना देने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मंगलवार को दिल्ली रवाना हुईं वे वहां 13 और 14 फरवरी को आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा आयोजित तानाशाही हटाओ, लोकतंत्र बचाओ रैली में हिस्सा लेंगी और सभा को संबोधित करेंगी।
ममता ने बताया कि वे दिल्ली दौरे में जीटीए की गोरखा भवन का उद्घाटन भी करेंगी। उन्होंने कहा कि राज्य में माध्यमिक परीक्षा शुरू है, कई कार्यक्रम है और बामुश्किल हमने दो दिनों का समय निकाला है। वहीं, सूत्रों ने बताया कि ममता दिल्ली सफर में संसद भवन में तृणमूल कांग्रेस के कार्यालय जाएंगी, जहां वे अपनी पार्टी तथा दूसरे दलों के सांसदों से मुलाकात करेंगी।