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ममता ने केंद्र सरकार पर बंगाल को कम राशि देने का लगाया आरोप, कहा-‘केंद्र ने दिए मात्र 400 करोड़ रुपए’

केंद्र सरकार ने बंगाल में चक्रवात यास से निपटने के लिए 400 करोड़ रुपये दिए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि आंध्र प्रदेश और ओडिशा को 600-600 करोड़ रुपये दिए गए हैं जबकि बंगाल अपेक्षाकृत बड़ा राज्य है लेकिन 400 करोड़ रुपये ही दिए गए हैं।

By Vijay KumarEdited By: Published: Mon, 24 May 2021 04:57 PM (IST)Updated: Mon, 24 May 2021 06:15 PM (IST)
ममता ने केंद्र सरकार पर बंगाल को कम राशि देने का लगाया आरोप, कहा-‘केंद्र ने दिए मात्र 400 करोड़ रुपए’
ममता ने केंद्र सरकार पर बंगाल को कम राशि देने का लगाया आरोप

राज्य ब्यूरो, कोलकाताः केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यास चक्रवात से निपटने की तैयारियों को लेकर सोमवार को बंगाल, ओडिशा व आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों और अंडमान-निकोबार द्वीप के उपराज्यपाल के साथ वर्चुअल माध्यम से उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शामिल हुईं। इस समीक्षा बैठक में गृहमंत्री ने चक्रवात से निपटने के लिए ओडिशा और आंध्र के लिए 600 करोड़ जबकि बंगाल को करीब 400 करोड़ रुपये का एडवांस फंड तत्काल देने का वादा किया। लेकिन, बंगाल के हिस्से सबसे कम राशि दिए जाने पर ममता ने नाराजगी जाहिर की हैं।बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन कर ममता ने कहा कि

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आंध्र प्रदेश और ओडिशा को 600-600 करोड़ रुपये दिए गए हैं, जबकि बंगाल अपेक्षाकृत बड़ा राज्य है, लेकिन 400 करोड़ रुपये ही दिए गए हैं। ममता ने कहा कि इसके पहले भी एम्फन आया था, और भी चक्रवात आए थे, लेकिन केवल आश्वासन दिया गया, मदद नहीं मिली थी। यह राशि भी राज्य सरकार की ही राशि है और वह एडवांस में दी गई है। ममता ने कहा कि बैठक में जब मैंने इस मुद्दे को उठाया, तो  गृहमंत्री ने कहा कि वह इस बारे में बाद में बात करेंगे। यह साइंटिफिक तरीके से तय होता है।‌ममता ने इसपर कटाक्ष करते हुए कहा, मैं राजनीतिक विज्ञान समझती हूं।

मंगलवार से अगले 48 घंटे तक लगातार चलेगा मॉनिटरिंग, 4,000 राहत शिविर बनाए गए

ममता ने आगे चक्रवात से निपटने की तैयारियों के बारे में कहा कि कल यानी मंगलवार से 48 घंटे तक लगातार जिला और राज्य स्तर पर मॉनिटरिंग चलेगा। 24 घंटे कंट्रोल रूम खुला रहेगा।बुधवार को यह चक्रवात बंगाल से गुजरने वाला है जिससे भारी नुकसान की आशंका है। ममता ने कहा कि यह गंभीर चक्रवात 72 घंटे चलेगा। पूर्व और दक्षिण पूर्व रेलवे की कुछ ट्रेनों को रद करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि 4,000 राहत शिविर खोले गए हैं, जहां लोगों को रखने की व्यवस्था की जा रही है।

उन्होंने तटवर्ती क्षेत्र के लोगों से अपील की कि वे राहत शिविरों में रहें। मुख्यमंत्री ने कहा कि करीब 10 लाख लोगों को जोखिम वाले स्थानों से हटाकर सुरक्षित जगहों व राहत शिविरों में रखने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि चक्रवात के बारे में टीवी, रेडियो और पुलिस के माध्यम से लगातार प्रचार कर लोगों को सतर्क किया जा रहा है। ममता ने कहा कि दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, कोलकाता, पूर्व मेदिनीपुर, मुर्शिदाबाद, हुगली सहित कुल 20 जिले इससे प्रभावित होंगे। मालदा, उत्तर दिनाजपुर, दार्जिलिंग और कालिम्पोंग में भी भारी बारिश होगी। 51 डिजास्टर मैनेजमेंट टीम का गठन किया गया है।

इसके अलावा पावर रेस्टोरेशन के लिए 1000 टीम काम करेगी। 450 टेलीफोन रेस्टोरेशन टीम भी काम करेगी। उन्होंने मीडिया से भी सकारात्मक भूमिका निभाने की अपील की। ममता कहा कि सारे समय निगेटिव बातें कही जा रही है, जो सही नहीं है। ममता ने दावा किया कि चक्रवात से निपटने के लिए राज्य सरकार सभी एहतियाती उपाय कर रही है और लोगों के साथ है।


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