ममता बनर्जी कॉलेज स्ट्रीट में ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा का किया अनावरण
पश्चिम बंगाल में भाजपा और टीएमसी के बीच जारी बवाल के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कोलकाता में ईश्वर चंद विद्यासागर की प्रतिमा का अनावरण किया।
कोलकाता, जेएनएन। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 28 दिन बाद कॉलेज स्ट्रीट में विद्यासागर की उस प्रतिमा का अनावरण किया जिसे राजनीतिक संघर्ष की बर्बरता में तोड़ दी गई थी। सीएम ममता बनर्जी ने कॉलेज स्ट्रीट के हरे स्कूल के मैदान में एक औपचारिक कार्यक्रम में ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। सीएम ममता बनर्जी ने पहले विद्यासागर की दो पूर्ण-प्रतिमाओं को स्थापित करने को कहा था। उन्होंने कहा था कि एक प्रतिमा विद्यासागर कॉलेज के गेट पर और दूसरी विद्यासागर सेतु पर लगाई जाएगी।
पश्चिम बंगाल में भाजपा और टीएमसी के बीच जारी बवाल के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कोलकाता में ईश्वर चंद विद्यासागर की प्रतिमा का अनावरण किया। प्रतिमा का अनावरण कोलकाता के कॉलेज स्ट्रीट में हुआ। अनावरण के बाद प्रतिमा को कार में विद्यासागर कॉलेज ले जाकर पुरानी मुर्ति की जगह ये नई प्रतिमा रखी गई ।
जानकारी हो कि पश्चिम बंगाल में ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा तोड़ने को लेकर विवाद पैदा हुआ था। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान पश्चिम बंगाल में अमित शाह के रोड शो में जमकर हिंसा हुई थी जिसमें विद्यासागर की प्रतिमा भी तोड़ दी गई थी। प्रतिमा को तोड़े जाने के बाद बीजेपी और टीएमसी ने एक दूसरे पर जमकर आरोप लगाए थे। पूरे देश में राजनीतिक चर्चा बन चुकी इस घटना के अब 28 दिन बाद राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मूर्ति का फिर से अनावरण किया है। इस बार दो मूर्तियां लगाई गई जिसमें से एक आधी मूर्ति और दूसरी पूरी मूर्ति है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मंगलवार को कॉलेज परिसर में कार्यक्रम रखा गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि विद्यासागर की आधी प्रतिमा को उसी कमरे में फिर से स्थापित किया जाएगा, जहां यह हुआ करती थी।जानकारी के अनुसार 14 मई को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान कोलकाता के एक कॉलेज में समाज सुधारक ईश्वरचंद्र विद्यासागर की प्रतिमा तोड़ दी गई थी। विद्यासागर बंगाल में 19 वीं सदी के नवजागरण काल में सुधारक के तौर जाना जाता है।
इधर, प्रतिमा तोड़े जाने को लेकर उठे विवाद के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विद्यासागर की पंचधातु (पांच धातुओं की मिश्रधातु) की प्रतिमा लगाने का वादा किया था।
लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण से पांच दिन पहले हुई इस घटना को ममता बनर्जी ने विदेशी पार्टी द्वारा इसे बंगाल की संस्कृति पर हमला बताया। पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ने कहा था, 'उस समय पूरे राज्य ने मूर्ति गिराए जाने की बर्बरता और गुंडागर्दी का विरोध किया था, तब हमने नष्ट की गई मूर्ति को फिर से स्थापित करने का वादा किया था। विद्यासागर द्विवार्षिक उत्सव समिति और स्कूल शिक्षा विभाग दोनों ने सीएम से प्रतिमा के अनावरण करने का अनुरोध किया था, जिस पर उन्होंने अपनी सहमति दी थी।' चटर्जी ने कहा कि बंगाल के सभी साहित्यकार, पंडित ईश्वर चंद्र विद्यासागर के परिवार के सदस्य और समाज के अन्य प्रमुख अतिथियों के साथ समिति के सदस्य इस अवसर पर उपस्थित होंगे।
पार्थ चटर्जी ने कहा कि पहले विद्यासागर की जो मूर्ति लगी थी वह प्लास्टर ऑफ पैरिस की थी लेकिन अब नई मूर्ति पीतल की होगी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा विद्यासागर की एक पूरी मूर्ति कॉलेज के गेट पर भी लगाई जाएगी। इसके अलावा प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय के सामने रवींद्रनाथ टैगौर और कलकत्ता विश्वविद्यालय के सामने आशुतोष मुखर्जी की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। इसके अलावा कॉलेज की गली में राजा राम मोहन रॉय की मूर्ति लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि मूर्तियों के अनावरण के साथ ही सरकार ने योजना बनाई है कि कॉलेज में ईश्वर चंद्र विद्यासगर का म्युजियम भी बनाया जाए।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप