कुछ लोग चुनाव में बंगाल आते हैं और लंबे-चौड़े वादे करके लौट जाते हैं: ममता
बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल काग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भाजपा पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग चुनाव से पहले राज्य में आते हैं और लंबे-चौड़े वादे करके लौट जाते हैं लेकिन वे हर समय जनता के साथ खड़ी रहती हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल काग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भाजपा पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग चुनाव से पहले राज्य में आते हैं और लंबे-चौड़े वादे करके लौट जाते हैं लेकिन वे हर समय जनता के साथ खड़ी रहती हैं। कोलकाता में एक छठ पूजा समारोह का उद्घाटन करते हुए ममता ने कहा कि उनकी सरकार चुनावों के दौरान केवल भाषण देने में भरोसा नहीं करती। पिछले कुछ महीनों में बंगाल आए भाजपा के केंद्रीय नेताओं का नाम लिऐ बगैर ममता ने कहा-'कुछ लोग हैं, जो केवल चुनाव से पहले और चुनाव के दौरान राज्य में आते हैं। वे लंबे-चौड़े भाषण देते हैं और उसके बाद लौट जाते हैं। इसके विपरीत हम पूरे साल हर हाल में जनता के साथ रहते हैं।' गौरतलब है कि बंगाल में अगले साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं। लोगों से कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए छठ पूजा में शामिल होने का अनुरोध करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा-'उनकी सरकार ने लोगों को ईद, दुर्गापूजा, काली पूजा और अब छठ मनाने से नहीं रोका। अनेक राज्यों ने लोगों से घरों में छठ पूजा करने को कहा है लेकिन हमने लोगों को छोटे समूहों में तालाबों और सरोवरों तक जाने की अनुमति दी है।' उल्लेखनीय है कि शनिवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ आस्था का महापर्व छठ संपन्न हो गया। राजधानी कोलकाता सहित बंगाल के विभिन्न हिस्सों में लोगों ने उत्साह के साथ छठ महापर्व मनाया। हालाकि कोरोना के चलते इस बार घाटों पर भीड़ करने की इजाजत नहीं थी। सभी नियमों का पालन करते हुए लोगों ने इस बार छठ मनाया। इधर, विभिन्न राजनीतिक दल के नेता व कार्यकर्ता भी छठ व्रतियों की सेवा में विभिन्न गंगा घाटों और तालाबों के पास मुस्तैद दिखे। छठ को लेकर विभिन्न घाटों की सफाई के साथ उसे लाइटों से सजाया भी गया था।