ममता बनर्जी ने कहा- बंगाल में बाघों की आबादी बढ़ाने के लिए जारी है प्रयास, सुंदरवन में बाघों की संख्या बढ़कर हुई 88
पश्चिम बंगाल स्थित सुंदरवन में बाघों की संख्या बढ़कर 88 हो गई है। इससे पहले 2014 में बाघों की संख्या 76 थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को 2018 में हुई बाघों की गणना के आंकड़े जारी किए
कोलकाता, (एजेंसी)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार राज्य में बाघों की आबादी बढ़ाने के लिए बेहतर कदम उठा रही है। हर साल 29 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जाता है। साल 2010 में रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में एक सम्मेलन हुआ था जिसमें बाघ दिवस मनाने का फैसला लिया गया था। तब से हर साल अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जाता है।
सोमवार को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी निगरानी के लिए प्रयास शुरू किए गए हैं। आज अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस है। बाघों की प्रजातियां लुप्त ना हो जाये हमें अपने बाघों को बचाना होगा। अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस हर साल मनाया जाता है, सुंदरबन टाइगर रिजर्व में बाघों की आबादी में वृद्धि के लिये लुप्तप्राय जानवर के बारे में जागरूकता बढ़ाना होगा।
सुंदरवन में बाघों की संख्या बढ़कर हुई 88
पश्चिम बंगाल स्थित सुंदरवन में बाघों की संख्या बढ़कर 88 हो गई है। इससे पहले 2014 में बाघों की संख्या 76 थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को 2018 में हुई बाघों की गणना के आंकड़े जारी किए। भारत में करीब 3 हज़ार टाइगर हैं। इससे पहले सेंसस 2014 में देश में बाघों की संख्या 2226 सामने आई थी। वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यट ऑफ इंडिया ने पिछले साल देशभर के टाइगर रिजर्व, नेशनल पार्क, अभ्यारण्य और सामान्य वन मंडलों में 28 पैरामीटर पर बाघों की गणना की।
देश में बाघों की संख्या बढ़कर तीन हजार के करीब हुई
पीएम ने कहा कि जब यह खबर आई थी कि देश में केवल 1400 बाघ बचे हैं, तो यह बहुत बड़ी चिंता की बात थी। एक बहुत मुश्किल काम सामने था, लेकिन जिस तरह संवेदनशीलता और आधुनिक तकनीक के साथ इस मुहिम को आगे बढ़ाया गया वह तारीफ के काबिल है।
अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशखबरी दी कि देश में बाघों की संख्या बढ़कर 2967 हो गई है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने बाघों की संख्या को दोगुना करने का लक्ष्य 4 साल पहले हासिल कर लिया है। प्रधानमंत्री ने अखिल भारतीय बाघ अनुमान रिपोर्ट 2018 जारी करते हुए कहा कि करीब 3000 बाघों के साथ भारत दुनिया का सबसे बड़ा और सुरक्षित ठिकाना है। सत्यमंगलम टाइगर रिजर्व तमिलनाडु को सर्वश्रेष्ठ टाइगर रिजर्व का पुरस्कार दिया गया। गौरतलब है कि इससे पहले 2014 में बाघों की गिनती हुई थी। तब इनकी कुल संख्या 2226 थी, जबकि 2010 में देश में 1706 बाघ थे।
देश में बाघों की संख्या 2006 में 1411 थी, जो 2019 में बढ़कर 2967 हो गई है। पीएम ने कहा कि यह संकल्प से सिद्धि का बेहतरीन उदाहरण है, जब भारत के लोग कुछ पाने का लक्ष्य रखता है तो उन्हें हासिल करने से कोई रोक नहीं सकता है। उन्होंने ने कहा, 'जब 14-15 साल पहले यह खबर आई थी कि देश में केवल 1400 बाघ बचे हैं, तो यह बहुत बड़ी चिंता की बात थी। एक बहुत मुश्किल काम सामने था, लेकिन जिस तरह संवेदनशीलता और आधुनिक तकनीक के साथ इस मुहिम को आगे बढ़ाया गया वह तारीफ के काबिल है। बाघों की तीन चौथाई संख्या का बसेरा आज हिंदुस्तान है।'
विकास के साथ पर्यावरण
पीएम ने कहा वाइल्ड लाइफ को समृद्ध करने का यह अभियान केवल बाघों तक ही सीमित नहीं है। गीर के शेरों और हिम तेंदुओं को बचाने की मुहिम भी चल रही है। पीएम ने कहा कि भारत तेज विकास के साथ पर्यावरण को भी समृद्ध बना रहा है।
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