Lockdown4: कोलकाता, हावड़ा व उत्तर 24 परगना में लगातार बढ़े मामले, राहत की उम्मीद कम
लॉकडाउन का तीसरा चरण रविवार को खत्म हो रहा है। सोमवार से कंटेनमेंट जोन छोड़कर बाकी जोन में कई प्रकार की छूट मिलने की उम्मीद है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : लॉकडाउन का तीसरा चरण रविवार को खत्म हो रहा है। सोमवार से कंटेनमेंट जोन छोड़कर बाकी जोन में कई प्रकार की छूट मिलने की उम्मीद है। हालांकि बंगाल में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित व रेड जोन में शामिल राजधानी कोलकाता, हावड़ा व उत्तर 24 परगना में जिस प्रकार से रोजाना तेजी से मामले बढ़ते जा रहे हैं, ऐसे में इन जिलों में राहत की उम्मीद बहुत कम है। कोलकाता में अब तक सर्वाधिक 1265 पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, हावड़ा में 553 मामले जबकि उत्तर 24 परगना से 336 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। हर दिन इन्हीं जिलों से सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। शनिवार को भी कोलकाता से सर्वाधिक 65 नए मामले सामने आए। हावड़ा से 17 जबकि उत्तर 24 परगना से 15 नए मामले सामने आए।
शुक्रवार को भी कोलकाता से सर्वाधिक 43 नए मामले, हावड़ा से 27 नए मामले व उत्तर 24 परगना से 4 नए मामले सामने आए। शनिवार तक राज्य में कोरोना के कुल 2576 पॉजिटिव मामले सामने आए जिनमें 1265 मामले अकेले कोलकाता से ही आए हैं। हर दिन इन्हीं तीनों जिलों में मौत की संख्याएं भी बढ़ रही है। बंगाल में कोरोना से अबतक 160 लोगों की मौत हुई है। इनमें 102 मौतें कोलकाता में ही हुई है। इसके अलावा हावड़ा में 27 व उत्तर 24 परगना में 24 मौतें हुई है। हुगली जिले में भी अब तक 146 मामले सामने आ चुके हैं। शनिवार को यहां 10 नए मामले सामने आए थे।
कोलकाता में कोरोना से 444 लोग ठीक भी हुए हैं और वर्तमान में यहां 667 एक्टिव केस है। जिस हिसाब से महानगर में रोज नए मामले सामने आ रहे हैं उससे राज्य सरकार के लिए भी यह बड़ा सिरदर्द बना हुआ है। हालांकि कंटेनमेंट जोन की बात करें तो कोलकाता में इसकी संख्या घटकर 340 से 286 हो गई है। कोलकाता नगर निगम के प्रशासक व राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने शुक्रवार को कहा था कि निगम की माइक्रो प्लानिंग कारगर हुई है, जिसके चलते कंटेनमेंट जोन की संख्या में गिरावट आई है। दूसरी ओर हावड़ा में 30 नए कंटेनमेंट जोन बढ़ाए गए हैं और इसकी संख्या 106 हो गई है।
पिछले शनिवार, 9 मई तक हावड़ा में कंटेनमेंट जोन की संख्या 76 थी वह इस शनिवार को बढ़कर 106 हो गई। जिस हिसाब से इन जिलों में लगातार मामले बढ़ रहे हैं उसको देखकर नहीं लगता कि यहां पर पाबंदियों से छूट मिलने वाली है। हालांकि कंटेनमेंट जोन को छोड़कर बाकी इलाकों में छूट देने की बात राज्य सरकार पहले ही कह चुकी है।