कालीपूजा व जगद्धात्री पूजा में भीड़ वाली जगहों के लिए लोकल ट्रेनें न चलाई जाएं, सरकार जल्द ले निर्णय : हाईकोर्ट
बहुत से लोग ट्रेनों में बिना मास्क पहने चढ़ रहे हैं और शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं कर रहे। ट्रेनों में यात्री एक दूसरे से सटकर बैठ रहे हैं। स्टेशनों पर सरकार व रेलवे दोनों की तरफ से स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) जारी किया जा चुका है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में लोकल ट्रेन सेवा बहाल होने से ठीक एक दिन पहले कलकत्ता हाईकोर्ट ने इसे लेकर महत्वपूर्ण निर्देश दिया है। न्यायाधीश संजीव बंद्योपाध्याय ने मंगलवार को कहा कि कालीपूजा हो अथवा जगद्धात्री पूजा, जिन जगहों पर भी लोगों की भारी भीड़ उमड़ती है, इन पूजा के दिनों में वहां के लिए लोकल ट्रेनें न चलाई जाएं। अदालत ने हालांकि आगे यह भी कहा कि इस बारे में राज्य सरकार ही अंतिम फैसला ले। वैक्सीन आने वाली है इसलिए पूर्व सावधानियां नहीं बरतेंगे, इस तरह का मनोभाव उचित नहीं है।
आम लोग भी जबरन चढ़ रहे हैं
गौरतलब है कि रेलकर्मियों के लिए जो स्टाफ स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं, उनमें आम लोग भी जबरन चढ़ रहे हैं। इसे देखते हुए राज्य प्रशासन इस बात को लेकर काफी चिंतित है कि लोकल ट्रेन चालू होने के बाद स्थिति क्या होगी?
शारीरिक दूरी नियम का पालन नहीं
बहुत से लोग ट्रेनों में बिना मास्क पहने चढ़ रहे हैं और शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं कर रहे। ट्रेनों में यात्री एक दूसरे से सटकर बैठ रहे हैं। स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सरकार व रेलवे, दोनों की तरफ से स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) जारी किया जा चुका है।
प्रत्येक यात्री पर कड़ी नजर रखेंगे
केवल वैद्य यात्री ही स्टेशनों में प्रवेश कर सकेंगे। प्रवेश करते समय उनकी थर्मल स्क्रीनिंग होगी। मास्क पहनकर आना अनिवार्य होगा। रेलवे स्टेशनों के बाहर पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी, जो प्रत्येक यात्री पर कड़ी नजर रखेंगे।