एक मौत दे गई चार लोगों को जिंदगी
चिकित्सकों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया था, जिसके बाद अमित के परिजनों ने उसके अंगों को दान करने का फैसला किया।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। 'सिटी ऑफ ज्वॉय' ने अंग प्रत्यारोपण के मामले में फिर नजीर पेश की है। 'ब्रेन डेड' घोषित किए गए एक युवक के दिल, लीवर और दोनों किडनी को चार लोगों के शरीर में प्रत्यारोपित कर उन्हें नया जीवन प्रदान किया गया है।
इनमें से तीन ऑपरेशन अपोलो ग्लेनिगल्स अस्पताल एवं एक एसएसकेएम अस्पताल में हुए। सारे ऑपरेशन गुरुवार रात से शुरू हुए और शुक्रवार सुबह तक जारी रहे। गौरतलब है कि कोलकाता के पर्णोश्री के शकुंतला पार्क इलाके के वाशिंदा अमित मुखोपाध्याय गत 18 अक्टूबर की रात उल्टाडांगा फ्लाईओवर पर मोटरबाइक फिसलने से गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे।
गत गुरुवार को चिकित्सकों ने उन्हें 'ब्रेन डेड' घोषित कर दिया था, जिसके बाद अमित के परिजनों ने उसके अंगों को दान करने का फैसला किया। अमित के दिल को अनिमा नस्कर नामक महिला में प्रत्यारोपित किया गया। एक किडनी जादवपुर के रहने वाले सैकत साधुखां और दूसरी हल्दिया के निवासी सनतलाल यादव में प्रत्यारोपित की गई। लीवर मनोज कुमार हेला नामक व्यक्ति में प्रत्यारोपित किया गया। सैकत के परिवारवाले पिछले डेढ़ साल से किडनी डोनर तलाश रहे थे।
पहले मां की किडनी सैकत में प्रत्यारोपित करने की योजना थी लेकिन उसमें स्टोन होने के कारण यह संभव नहीं हो पाया। अपोलो अस्पताल में डॉ. महेश कुमार गोयनका, डॉ. सुशान मुखोपाध्याय और डॉ. मोहन चंद सील की अगुआई में मरीजों में सफलतापूर्वक अंग प्रत्यारोपित किया गया।
सभी मरीजों को फिलहाल आइटीयू में रखा गया है और अगले 72 घंटे तक उनके स्वास्थ्य पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। एक किडनी गुरुवार रात ही ग्रीन कॉरीडोर तैयार कर एसएसकेएम अस्पताल भेज दी गई और वहां एक मरीज के शरीर में उसे सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित किया गया।