Letter To Pm : ममता ने आवश्यक वस्तुओं के मूल्यों को नियंत्रित करने के लिए पीएम से हस्तक्षेप की मांग की
आलू और प्याज की कीमतों पर राज्य सरकार के नियंत्रण की शक्ति को फिर से बहाल करने की मांग की। पत्र में कहा गया है ’’वह जनता की दिक्कतों को देखते मूकदर्शक बनी नहीं रह सकती क्योंकि आलू और प्याज जैसे आवश्यक खाद्य पदार्थों की कीमतें आसामन छू रही हैं।’’
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आवश्यक सामानों की बढ़ती कीमतों में कमी लाने, जमाखोरी को नियंत्रित करने और आपूर्ति बढ़ाने के लिए तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की। उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि आलू और प्याज जैसे आवश्यक खाद्य पदार्थों की कीमतों पर राज्य सरकार के नियंत्रण की शक्ति को फिर से बहाल किया जाए।
जनता को बेहद किल्लत का सामना करना पड़ रहा
प्रधानमंत्री को चार पन्ने के पत्र में उन्होंने लिखा, ‘‘मामले की गंभीरता को देखते मैं केंद्र सरकार से आग्रह करती हूं कि जमाखोरी को नियंत्रित करने, आपूर्ति बढ़ाने तथा आवश्यक खाद्य पदार्थों की कीमतों में कमी लाने के लिए तुरंत कदम उठाए। जनता को बेहद किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।
कृषि उत्पाद, आपूर्ति, वितरण और बिक्री पर नियंत्रण
अन्यथा राज्य सरकार की शक्ति को बहाल किया जाए कि वह कृषि उत्पाद, आपूर्ति, वितरण और बिक्री पर नियंत्रण कर सके।’’ ममता ने पीएम से आग्रह किया कि राज्यों को कृषि उत्पाद, आपूर्ति, वितरण और बिक्री पर नियंत्रण करने के लिए उपयुक्त कानून लाने की अनुमति दी जाए।
आवश्यक खाद्य पदार्थों की कीमतें आसामन छू रही हैं
पत्र में कहा गया है, ‘‘राज्य सरकार को इसकी शक्तियों से वंचित कर दिया गया है और वह आम जनता की दिक्कतों को देखते हुए मूकदर्शक बनी नहीं रह सकती है क्योंकि आलू और प्याज जैसे आवश्यक खाद्य पदार्थों की कीमतें आसामन छू रही हैं।’’
विधेयक पारित कर आवश्यक वस्तुएं की सूची से बाहर
उल्लेखनीय है कि संसद ने 23 सितम्बर को आवश्यक खाद्य पदार्थ (संशोधन) विधेयक पारित कर अनाज, दाल, तिलहन, खाद्य तेल, प्याज और आलू को आवश्यक वस्तुओं की सूची से बाहर कर दिया था।