बंगाल में केंद्रीय बल की सुरक्षा में नगर निकायों का चुनाव कराने के पक्ष में नहीं वामदल, दिल्ली में केंद्रीय कमेटी की बैठक में होगी चर्चा
एक ओर जहां भाजपा केंद्रीय बल की सुरक्षा में बंगाल में नगर निकायों का चुनाव कराने की मांग कर रही है वहीं दूसरी तरफ वामदल इसके पक्ष में नहीं हैं। उनका तर्क है कि केंद्रीय बल की सुरक्षा में निष्पक्ष तरीके से मतदान संभव नहीं हो पाएगा।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : एक ओर जहां भाजपा केंद्रीय बल की सुरक्षा में बंगाल में नगर निकायों का चुनाव कराने की मांग कर रही है, वहीं दूसरी तरफ वामदल इसके पक्ष में नहीं हैं। उनका तर्क है कि केंद्र व राज्य सरकार के नहीं चाहने पर केंद्रीय बल की सुरक्षा में भी स्वतंत्र, निष्पक्ष व अबाध तरीके से मतदान संभव नहीं हो पाएगा। वामदलों, विशेषकर माकपा ने दिसंबर में नगर निकायों के चुनाव की संभावना को देखते हुए अभी से इसकी तैयारियां शुरू कर दी है।
कल से दिल्ली में होने वाली माकपा की केंद्रीय कमेटी की बैठक में इसपर चर्चा की जाएगी। उसके बाद वाममोर्चा की बैठक में भी इसपर विचार-विमर्श होगा माकपा के वरिष्ठ वरिष्ठ माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि कई मामलों में तो केंद्रीय बल ही स्वतंत्र व निष्पक्ष तरीके से मतदान की प्रक्रिया में बाधा डाल रहा है। सुजन ने इस बाबत सूबे में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान शीतलकुची में केंद्रीय बल के जवानों द्वारा की गई फायरिंग में कई लोगों की मौत की घटना का हवाला दिया।
सुजन ने आगे कहा कि बंगाल में पिछले नगर निकायों के चुनाव के दौरान भी केंद्रीय बल आया था लेकिन राज्य में उसे बिठाकर रखा गया था। गौरतलब है कि कोलकाता नगर निगम समेत बंगाल के 100 से ज्यादा नगर निकायों के चुनाव होने बाकी हैं। कोरोना महामारी के कारण पिछले साल चुनाव नहीं हो पाए थे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राज्य चुनाव आयोग दो से तीन चरणों में इन नगर निकायों का चुनाव कराना चाहता है। पहले चरण में कोलकाता व हावड़ा नगर निगम के चुनाव कराए जा सकते हैं।