West Bengal: कोलकाता में अमित शाह की सभा का विरोध करेंगे वामपंथी दल व कांग्रेस
Amit Shah Kolkata Meeting. बंगाल कांग्रेस की तरफ से भी अमित शाह को कोलकाता एयरपोर्ट से सभास्थल तक काला झंडा दिखाने का एलान किया गया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। Amit Shah Kolkata Meeting. महानगर के शहीद मीनार मैदान में सीएए व एनआरसी के समर्थन में एक मार्च को होने वाली केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की सभा का वामपंथी दल विरोध करेंगे। बंगाल कांग्रेस की तरफ से भी अमित शाह को कोलकाता एयरपोर्ट से सभास्थल तक काला झंडा दिखाने का एलान किया गया है। इसे लेकर बंगाल में सियासी पारा चढ़ने लगा है। पूर्व माकपा सांसद मोहम्मद सलीम ने कहा कि करीब डेढ़ महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कोलकाता दौरे का जिस तरह से विरोध किया गया था, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे का भी उसी तरह से विरोध किया जाएगा।
गौरतलब है कि पीएम मोदी गत 11 जनवरी को जब कोलकाता आए थे, उस समय वामपंथी दलों ने धर्मतल्ला इलाके में काला झंडे और काले बैलून के साथ विरोध किया था। दिल्ली में हुई हिंसा के विरोध में वामपंथी दलों ने केंद्रीय गृहमंत्री के दौरे का विरोध करने का एलान किया है।
दूसरी तरफ, बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने प्रतिक्रिया जताते हुए कहा-'वामदलों का काम ही सिर्फ विरोध करना है। उसकी देशविरोधी नीतियों को बंगाल की जनता स्वीकार नहीं करेगी। जहां तक वामपंथी छात्र संगठन की बात है तो जादवपुर विश्वविद्यालय के छात्र संघ के चुनाव के नतीजों ने ही बता दिया है कि उनकी क्या हालत है।'
इस बीच, भाजपा सूत्रों से पता चला है कि अमित शाह एक मार्च की सुबह कोलकाता पहुंचेंगे। पहले उनके 29 फरवरी की शाम को कोलकाता पहुंचने की बात थी। यह भी जानकारी मिली है कि अमित शाह कालीघाट मंदिर जाकर पूजा-अर्चना करेंगे। उसी दिन वे बंगाल भाजपा के नेताओं के साथ निकाय चुनावों की तैयारियों को लेकर बैठक भी करेंगे और जरूरी दिशानिर्देश देंगे।
महानगर के शहीद मीनार मैदान में एक मार्च को होने वाली केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की सभा को बंगाल भाजपा मेगा शो बनाने में जुट गई है। सभा में एक लाख लोगों की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा गया है, जो शहीद मीनार मैदान के आकार के लिहाज से बहुत ज्यादा है। इस बाबत कोलकाता के अलावा बंगाल के विभिन्न जिलों से पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं व समर्थकों को लाने की तैयारी चल रही है।
पार्टी शाह की सभा के जरिए यह भी दिखाने की कोशिश में है कि बंगाल के मुसलमान नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के समर्थन में है। इसके लिए पार्टी के सभी मुस्लिम नेताओं, कार्यकर्ताओं व समर्थकों को अपनी पारंपरिक टोपी पहनकर आने को कहा गया है।