कोलकाता नगर निगम में फंड की कमी, सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पेंशन रोकने का फैसला
Kolkata Municipal Corporation नगर निगम पिछले आठ महीनों से दिहाड़ी मजदूरों और अनुबंध कर्मचारियों को पैसा देने में विफल रहा है। फंड की कमी के कारण सितंबर 2021 के बाद सेवानिवृत्त होने वाले सभी कर्मचारियों का पेंशन रोकने का फैसला किया है।
राज्य ब्यूरो कोलकाता। कोलकाता नगर निगम (केएमसी) ने फंड की कमी के कारण सितंबर 2021 के बाद सेवानिवृत्त होने वाले सभी कर्मचारियों का पेंशन रोकने का फैसला किया है। इस बाबत कोलकाता नगर निगम ने नोटिस दिया है। न केवल सेवानिवृत्त कर्मचारी, बल्कि नगर निगम पिछले आठ महीनों से दिहाड़ी मजदूरों और अनुबंध कर्मचारियों को पैसा देने में विफल रहा है।
केएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अभी यह बताना मुश्किल है कि वित्तीय स्थिति कब सामान्य होगी। हम स्थिति को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं। दूसरी बार केएमसी के मेयर बने फिरहाद हकीम पहले ही बता चुके हैं कि निगम की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और सभी को कुछ न कुछ बाधाओं के साथ काम करना होगा। चुनौती को स्वीकार करते हुए, उन्होंने निगम की वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाने के लिए कुछ कदम उठाए हैं। निगम ने राज्य सरकार से 700 करोड़ रुपये का कर्ज मांगा है और एशियाई विकास बैंक ने निगम को 2,000 करोड़ रुपये का कर्ज दिया है।
वित्तीय विशेषज्ञों के अनुसार निगम की वित्तीय समस्या को राज्य से अलग नहीं किया जा सकता है क्योंकि राज्य की दयनीय वित्तीय स्थिति अनिवार्य रूप से नागरिक निकाय के वित्तीय स्वास्थ्य में शामिल है। राज्य ने इस महीने में तीसरी बार खुले बाजार से कर्ज लिया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा शुरू की गई सामाजिक योजनाओं के कारण होने वाले खर्चे से उस पर दबाव बढ़ रहा है।