Coronavirus Update: बंगाल में अगले सप्ताह से प्लाज्मा थेरेपी से होगा कोविड-19 के मरीजों का इलाज
दिल्ली में कोरोना मरीजों के प्लाज्मा थेरेपी के उत्साहजनक परिणाम के बाद पश्चिम बंगाल में भी मरीजों का इलाज करने के लिए प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल करने की योजना बनाई
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : दिल्ली में कोरोना मरीजों के प्लाज्मा थेरेपी के उत्साहजनक परिणाम के बाद पश्चिम बंगाल में भी कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज करने के लिए प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल करने की योजना बनाई गई है। राज्य के स्वास्थ्य सचिव विवेक कुमार ने शनिवार को बताया कि इसके लिए इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने अनुमति दे दी है।
बंगाल सरकार और आईसीएमआर मिलकर ट्रायल संपन्न करेंगे।प्लाज्मा थेरेपी के लिए कोविड-19 से ठीक हुए कुछ मरीजों को चिन्हित कर लिया गया है। मरीज अपना प्लाज्मा देने के लिए सहमत भी हो गए हैं। उनके रक्त के नमूने को भेजने को कहा गया है जहां ट्रायल के लिए प्लाज्मा संग्रहित किया जाएगा। सब ठीक-ठाक रहा तो माना जा रहा है कि अगले हफ्ते से प्लाज्मा थेरेपी से कोविड-19 के मरीजों का इलाज शुरू हो जाएगा ।
उल्लेखनीय है कि बंगाल में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या में लगातार वृद्घि हो रही है। गौरतलब है कि दिल्ली में कोरोना संक्रमितों के प्लाज्मा थेरेपी से इलाज के उत्साहनक परिणाम सामने आए हैं। यही कारण माना जा रहा है कि बंगाल सरकार भी इस थेरेपी से कोरोना संक्रमितों के इलाज की योजना बनाई है। बताते चलें कि प्लाज्मा थेरैपी के तहत ठीक हो चुके लोगों के प्लाज्मा को मरीजों से ट्रांसफ्यूजन किया जाता है। थेरैपी में एटीबॉडी का इस्तेमाल किया जाता है, जो किसी वायरस या बैक्टीरिया के खिलाफ शरीर में बनता है। यह एंटीबॉडी ठीक हो चुके मरीज के शरीर से निकालकर बीमार शरीर में डाल दिया जाता है। मरीज पर एंटीबॉडी का असर होने पर वायरस कमजोर होने लगता है। इसके बाद मरीज के ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है।