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West Bengal: अमित शाह की सभा के लिए मिल गई पुलिस से अनुमति

Amit Shah. अमित शाह की एक मार्च को कोलकाता के शहीद मीनार मैदान में प्रस्तावित सभा की अनुमति को लेकर जारी गतिरोध खत्म हो गया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Tue, 25 Feb 2020 06:13 PM (IST)Updated: Tue, 25 Feb 2020 06:13 PM (IST)
West Bengal: अमित शाह की सभा के लिए मिल गई पुलिस से अनुमति
West Bengal: अमित शाह की सभा के लिए मिल गई पुलिस से अनुमति

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। Amit Shah. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की एक मार्च को कोलकाता के शहीद मीनार मैदान में प्रस्तावित सभा की अनुमति को लेकर जारी गतिरोध मंगलवार को खत्म हो गया। आखिरकार कोलकाता पुलिस ने इसकी अनुमति दे दी। यह बात मंगलवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता ने बताई।

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उन्होंने कहा कि भाजपा ने 20 फरवरी को कोलकाता पुलिस को पत्र सौंपकर सभा की अनुमति मांगी थी। कुछ देरी हुई लेकिन हमें सोमवार को ही अनुमति मिल गई। अब शेड्यूल के अनुसार सभा की तैयारी आगे बढ़ाई जा रही है। यह एक मेगा इवेंट होगा। भाजपा के प्रदेश महासचिव रथींद्र बोस ने कहा कि शहीद मीनार मैदान में सभा को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। इस सभा में शाह का सीएए लागू करने के लिए अभिनंदन किया जाएगा।

केंद्रीय गृहमंत्री का पदभार संभालने के बाद शाह की बंगाल की यह दूसरी यात्रा होगी। उन्होंने पिछले वर्ष एक अक्टूबर को नेताजी इंडोर स्टेडियम में एक सेमिनार को संबोधित किया था। पिछले हफ्ते बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कोलकाता पुलिस और जिला प्रशासन पर बिना किसी ठोस कारण के शाह की सभा की अनुमति नहीं देने का आरोप लगाया था।

गौरतलब है कि निकाय चुनाव को लेकर उलझन में पड़ी बंगाल भाजपा एक बार फिर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के भरोसे है। शाह भले अब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर न हों, लेकिन पार्टी की चुनावी रणनीति की धुरी में अभी भी वे ही हैं।

दरअसल, इस समय प्रदेश के पार्टी नेता दो विकल्पों को लेकर उलझे हुए हैं। पहला, भाजपा सीधे चुनावी मैदान में उतरे और दूसरा, पार्टी अदालत जाकर इसके समय का विरोध करे। एक वर्ग चाहता है कि पार्टी पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में बंगाल में मिली जबर्दस्त सफलता के मद्देनजर सीधे चुनाव में उतरे जबकि दूसरे वर्ग का तर्क है कि अगर अप्रैल के मध्य में निकाय चुनाव होंगे तो पार्टी को प्रचार के लिए समय नहीं मिलेगा।

ऐसे में चुनाव के समय के विरोध में अदालत का रूख करना ही सही होगा। इसे लेकर बंगाल भाजपा के नेता दो वर्गों में बंट गए हैं। स्थिति कुछ ऐसी जगह आकर ठहर गई है कि अब इसका समाधान अमित शाह के निर्णय पर निर्भर हो गया है।

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