कोलकाता पुलिस ने दर्ज किया गैर जमानती धाराओं में मुकदमा
झेरहाट फ्लाईओवर का एक हिस्सा गिर जाने की घटना में स्वत: संज्ञान लेते हुए कोलकाता पुलिस ने गैर जमानती धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। माझेरहाट फ्लाईओवर का एक हिस्सा गिर जाने की घटना में स्वत: संज्ञान लेते हुए कोलकाता पुलिस ने गैर जमानती धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। हालांकि रिपोर्ट में किसी संस्था या व्यक्ति के नाम का उल्लेख नहीं किया गया। खासबात यह है कि घटनास्थल न्यू अलीपुर थाना क्षेत्र में होने के बावजूद अलीपुर में रिपोर्ट दर्ज किए जाने को लेकर भी पुलिस की भूमिका पर ही सवाल खड़े हो गए हैं।
बता दें कि मंगलवार शाम करीब साढ़े चार बजे इकबालपुर से बेहला को जोड़ने वाला माझेरहाट में बने रोड ओवर ब्रिज का एक हिस्सा गिर पड़ा था। हादसे में सोमेन बाग नामक युवक की मौत हो गई थी। जबकि 25 लोग जख्मी हो गए थे। पुल का दायित्व संभालने वाले विभाग ने भी हादसे की जिम्मेदारी लेने से हाथ पीछे खींच लिए थे। हालांकि राज्य सरकार ने रेलवे के मत्थे इसका ठीकरा फोड़ दिया था।
रेल विकास निगम लिमिटेड ने भी बिना समय गंवाए घटना से उसका कोई संबंध होने से साफ इन्कार कर दिया था। हादसे के 24 घंटे बीतने के बाद भी किसी संस्था द्वारा जिम्मेदारी नहीं लिए जाने के बाद कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के निर्देश पर पुलिस की ओर से पुल के रखरखाव में लापरवाही को आधार बनाकर अलीपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। रिपोर्ट में 304, 308, 427 आइपीसी तथा 34 पुलिस एक्ट का उल्लेख होने के बावजूद किसी संस्था या किसी व्यक्ति के नाम का जिक्र नहीं किया गया।
इतना ही नहीं न्यू अलीपुर थाना क्षेत्र में घटनास्थल होने के बावजूद पुलिस ने अलीपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया। थाना बदलने में पुलिस की भूमिका को लेकर भी सवाल खड़े हो गए हैं। साथ ही एक दिन बाद भी हादसे के जिम्मेदार लोगों को चिन्हित करने में नाकाम होने पर पुलिस की किरकिरी भी होने लगी है। उधर, बुधवार शाम पुलिस आयुक्त राजीव कुमार ने घटनास्थल पहुंच कर बचाव कार्य का जायजा लिया।
दूसरे दिन भी युद्धस्तर पर जारी रहा बचाव कार्य
माझेरहाट में रोड ओवर ब्रिज का हिस्सा गिर जाने की घटना के दूसरे दिन भी युद्धस्तर पर बचाव कार्य जारी रहा। मलबे में किसी श्रमिक के फंसे होने की आशंका के चलते सेना, एनडीआरएफ और दमकल कर्मियों ने भारी भरकम मशीनों के जरिए कंक्रीट को तोड़कर हटाने का काम शुरू कर दिया। लोहे के टुकड़ों को हटाने के लिए उच्च क्षमता वाली क्रेनों का सहारा लिया जा रहा है। हालांकि अभी तक क्षतिग्रस्त पुल के हिस्से के नीचे पहुंचना संभव नहीं हो पाया है। हादसे से जमीन भी धंस चुकी है। एहतियातन मेडिकल टीम के साथ एंबुलेंस को भी तैयार रखा गया है। उधर, फोरेंसिक विशेषज्ञों ने भी घटनास्थल का मुआयना करने के बाद जांच के लिए नमूने एकत्र किए। टीम ने पिलर की भी जांच की।