Kolkata Mobile gaming fraud: आमिर खान के क्रिप्टोकरंसी वालेट से 27.36 करोड़ रुपये जब्त
कोलकाता पुलिस ने मोबाइल गेमिंग ऐप के जरिए कई लोगों को ठगने के मुख्य आरोपित आमिर खान के एक क्रिप्टोकरंसी वालेट से 27.36 करोड़ रुपये जब्त किए हैं। यह राशि ईडी द्वारा 10 सितंबर को आमिर खान के पिता नसीर खान के आवास से बरामद 17.32 करोड़ के अतिरिक्त है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कोलकाता पुलिस व ईडी ने मोबाइल गेमिंग ऐप ई-नगेट्स के जरिए कई लोगों को ठगने के मुख्य आरोपित आमिर खान के एक क्रिप्टोकरंसी वालेट से 27.36 करोड़ रुपये जब्त किए हैं। यह राशि ईडी द्वारा 10 सितंबर को कोलकाता के गार्डनरीच इलाके में आमिर खान के पिता नसीर खान के आवास से बरामद 17.32 करोड़ रुपये की नकदी के अतिरिक्त है। उस क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज बिनेंस की पहचान कर ली गई है, जहां आमिर खान के क्रिप्टोकरंसी वालेट प्लेटफार्म से 27.36 करोड़ रुपये जमा किए गए थे।
कोलकाता पुलिस और ईडी की कार्रवाई
कोलकाता पुलिस ने मंगलवार को आमिर खान के एक क्रिप्टोकरंसी वालेट से 14.53 करोड़ रुपये जब्त किए हैं। वहीं बुधवार को ईडी ने भी आमिर के एक क्रिप्टोकरंसी वालेट से 12.83 करोड़ रुपये जब्त किए हैं। इसके इलावा इस मामले में इस दिन ईडी ने कोलकाता के तीन स्थानों पर छापामारी अभियान चलाया। आमिर खान, जिसे 24 सितंबर को कोलकाता पुलिस ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से गिरफ्तार किया था, इस समय शहर की पुलिस की हिरासत में है और कोलकाता की निचली अदालत में पेश होने की उसकी अगली तारीख आठ अक्टूबर है। इस बीच ईडी घोटाले के अन्य लाभार्थियों को ट्रैक करने के लिए आमिर खान को अपनी हिरासत में लेने के लिए भी उत्सुक है। आठ अक्टूबर को अदालत के घटनाक्रम के आधार पर केंद्रीय एजेंसी मामले में कानूनी कार्रवाई के अपने अगले कदम पर फैसला करेगी।
ऐसी की आमिर खान ने ठगी
ईडी ने 10 सितंबर को कोलकाता में छह परिसरों पर प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत छापेमारी की थी। आमिर खान ने ई-नगेट्स नाम से एक मोबाइल गेमिंग एप्लिकेशन लांच किया था, जिसे जनता को ठगने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया था। शुरुआत में उपयोगकर्ताओं को कमीशन के साथ पुरस्कृत किया गया था और वालेट में शेष राशि को परेशानी मुक्त तरीके से निकाला जा सकता था, जिससे उपयोगकर्ताओं को प्रारंभिक विश्वास मिला, जिन्होंने कमीशन के अधिक प्रतिशत के लिए बड़ी मात्रा में निवेश करना शुरू किया और अधिक संख्या में खरीद आदेश दिया। जनता से अच्छी खासी रकम इकठ्ठा करने के बाद किसी न किसी बहाने उस ऐप से अचानक निकासी पर रोक लगा दी गई। इसके बाद उस ऐप सर्वर से प्रोफाइल जानकारी सहित सभी डेटा को मिटा दिया गया था।