West Bengal politics: ममता बनर्जी को पंसद नहीं 'पराक्रम दिवस' नाम, वह मनाएंगी 'देशनायक दिवस'
सुभाष चंद्र बोस की जयंती को केंद्र सरकार ने पराक्रम दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है। इसपर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि यह केंद्र का विषय है। पराक्रम दिवस नाम से न ही हम और न ही नेताजी के परिवार खुश है
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। महान स्वतंत्रा सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को केंद्र सरकार ने 'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाने की घोषणा की है। इसपर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि यह केंद्र का विषय है। 'पराक्रम दिवस' नाम से न ही हम और न ही नेताजी के परिवार खुश है। इसे 'देशनायक दिवस' या 'देशप्रेम दिवस' के रूप में नामित करना बेहतर होता। पुरुलिया में जनसभा को संबोधित करने के बाद बाहर निकलते हुए ममता ने पत्रकारों से बात करते हुए नेताजी के जन्मदिन पर यह टिप्पणी की।
उन्होंने कहा कि आप जो चाहें करें, हम 23 जनवरी को दोपहर 12 बजे श्यामबाजार में नेताजी की प्रतिमा के सामने एकत्र होंगे और वहां पदयात्रा निकालेंगे। इससे पहले ममता ने नेताजी के जन्मदिन परराष्ट्रीय अवकाश घोषित करने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा था। उल्लेखनीय है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती पूरे वर्ष मनाई जाएगी। केंद्र ने पहले ही इस आयोजन की देखरेख के लिए एक उच्च-स्तरीय समिति गठित कर दी है। हाल ही में केंद्र की ओर से उस समिति के सदस्यों के नामों की घोषणा की गई थी।
सौरव गांगुली, मिथुन चक्रवर्ती, कौशिक गांगुली, सुब्रत भट्टाचार्य, एआर रहमान जैसे प्रमुख लोगों को उस उच्च स्तरीय समिति में शामिल किया गया है। इस समिति की अध्यक्षता खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इसके अलावा अमित शाह, स्मृति ईरानी, राजनाथ सिंह,निर्मला सीतारमण जैसे केंद्रीय मंत्री हैं। कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी समिति में शामिल किया गया है। ममता बनर्जी भी हैं। हालांकि, ममता को 'पराक्रम दिवस' मनाने का निर्णय उन्हें पसंद नहीं है। इसीलिए उन्होंने राज्य के लोगों से 23 जनवरी को 'देशनायक दिवस' के रूप में मनाने की बात कही है। बताते चलें कि प्रधानमंत्री मोदी 23 जनवरी को कोलकाता आ रहे हैं। वह नेताजी की जयंती के अवसर पर कोलकाता में विक्टोरिया मेमोरियल से नेताजी पर कार्यक्रमों का उद्घाटन करेंगे और ममता को भी इस कार्यक्रम आमंत्रित किया गया है।
नेताजी जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने का चंद्र कुमार बोस ने किया स्वागत
नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परपोते चंद्र कुमार बोस ने केंद्र सरकार की तरफ से नेताजी जयंती को 'पराक्रम दिवसÓ के तौर पर मनाने की घोषणा का स्वागत किया है। बोस ने कहा-'हम केंद्र की घोषणा का स्वागत करते हैं हालांकि देशवासी पहले से ही 23 जनवरी को देशप्रेम दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं। नेताजी ने सभी समुदायों के लोगों को एकजुट कर आजाद हिंद फौज की स्थापना की थी। हम सभी को नेताजी की विचारधारा का अनुसरण करना चाहिए। उनकी विचारधारा से ही हम देश को विखंडित होने से बचा पाएंगे। नेताजी भारत के लिए मुक्तिदाता थे।