Kolkata Chhath Puja 2022: कोलकाता- हावड़ा के गंगा घाटों पर हजारों छठ व्रतियों ने उगते सूर्य को दिया अर्घ्य
Kolkata Chhath Puja 2022 भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करने के लिए कोलकाता हावड़ा हुगली उत्तर 24 परगना आसनसोल समेत बंगाल के विभिन्न हिस्सों में नदियों एवं तालाबों के किनारे लगातार दूसरे दिन छठ व्रतियों एवं श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा था।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। राजधानी कोलकाता समेत बंगाल के विभिन्न जिलों में बड़ी संख्या में छठ व्रतियों ने सोमवार सुबह श्रद्धा भाव के साथ उदीयमान यानी उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया।इसी के साथ लोक आस्था के चार दिवसीय महापर्व छठ का समापन हो गया। इसके बाद छठव्रतियों ने 36 घंटे का निर्जला उपवास तोड़ प्रसाद ग्रहण किया।
भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करने के लिए कोलकाता, हावड़ा, हुगली, उत्तर 24 परगना, आसनसोल समेत बंगाल के विभिन्न हिस्सों में नदियों एवं तालाबों के किनारे लगातार दूसरे दिन छठ व्रतियों एवं श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा था। खासकर कोलकाता व हावड़ा में हुगली नदी के किनारे हजारों की तादाद में छठ व्रतियों ने उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। व्रती घाटों पर अपने परिवार के साथ पहुंचे और पूजा- अर्चना की। विभिन्न तरह के फलों, ठेकुआ व अन्य पकवान एवं जलते दीपक से भरे सूप व देउड़ा लिए नदी/तालाब के पानी में खड़ा होकर छठव्रतियों ने श्रद्धा के साथ सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित किया। इससे पहले छठ के तीसरे दिन रविवार शाम में बड़ी संख्या में छठव्रतियों ने यहां अस्ताचलगामी यानी डूबते सूर्य को पहला अर्घ्य अर्पित किया था।
छठ को लेकर लोगों में दिखा गजब का उत्साह
कोरोना के चलते पिछले दो साल से विभिन्न प्रतिबंधों के चलते छठ पर भी इसका असर देखा जा रहा था, लेकिन इस बार हालात सामान्य होने के चलते घाटों पर भारी भीड़ उमड़ी और लोगों में छठ को लेकर गजब का उत्साह दिखा। इस दौरान पुलिस प्रशासन की ओर से विभिन्न घाटों पर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए थे ताकि लोग सही तरीके से पूजा कर सकें।
बंगाल में बड़े धूमधाम से बिहार- यूपी के लोग मनाते हैं छठ
गौरतलब है कि कोलकाता, हावड़ा समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों में बड़ी संख्या में बिहार- यूपी के लोग रहते हैं, जो हर साल बड़े धूमधाम के साथ छठ मनाते हैं। छठपूजा को लेकर कोलकाता एवं उपनगरों में भारी उत्साह दिखा।
छठ के रंग में रंगा नजर आया माहौल
बंगाल के खासकर हिंदी बहुल इलाकों में पिछले कई दिनों से जगह-जगह छठ पूजा के गीतों से पूरा माहौल छठ के रंग में रंगा नजर आया।कांच ही बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाए..., बन ना बलमजी कहरियां, दौरा घाटे पहुंचाई..., पटना से केरवा मंगइनी, बलका दिहलें जुठियाए...., ... ऊग ये सूरज देव, भईल अरग के बेर’ जैसे छठ पूजा के परंपरागत गीत ने यहां पूरे माहौल को भक्तिमय बना दिया।
इन इलाकों में छठ पूजा की रही धूम
बंगाल में खासकर हिंदीभाषी बहुल कोलकाता के विभिन्न इलाकों के अलावा हावड़ा, उत्तर 24 परगना जिले के टीटागढ़, बैरकपुर, श्यामनगर, जगदल, कांकीनाड़ा, नैहाट्टी, कांचारापड़ा, आगरपाड़ा, दक्षिणेश्वर, राजारहाट के अलावा हुगली जिले के रिसड़ा, श्रीरामपुर, कोन्नगर, उत्तरपाड़ा, बंडेल के अतिरिक्त दक्षिण 24 परगना जिले के बजबज, महेशतल्ला, बांसद्रोणी व अन्य इलाकों में छठ पूजा की धूम रही। इसी तरह आसनसोल, बर्द्धमान, मालदा, सिलीगुड़ी व अन्य जगहों पर भी छठ को लेकर लोगों में काफी उत्साह दिखा।