Shahrukh Khan की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स ने IPL के अगले सत्र के लिए हेड कोच बदला, इस दिग्गज को कमान
कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने मध्य प्रदेश को अपनी कोचिंग में रणजी ट्राफी जिताने वाले चंद्रकांत पंडित को आइपीएल के अगले सत्र के लिए नया हेड कोच नियुक्त किया है। 60 साल के चंद्रकांत न्यूजीलैंड के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज ब्रेंडन मैकुलम की जगह लेंगे।
विशाल श्रेष्ठ, कोलकाता : एक दौर था, जब रणजी ट्राफी में प्रदर्शन टीम इंडिया का टिकट हुआ करता था लेकिन वक्त बीतने के साथ वह जगह आइपीएल ने हथिया ली, पर अब वही दौर फिर से लौटता नजर आ रहा है। बालीवुड अभिनेता शाहरुख खान के मालिकाना हक वाली टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने मध्य प्रदेश को अपनी कोचिंग में पहली बार रणजी ट्राफी जिताने वाले चंद्रकांत पंडित को आइपीएल के अगले सत्र के लिए नया हेड कोच नियुक्त कर इसकी शुरुआत कर दी है। 60 साल के चंद्रकांत न्यूजीलैंड के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज ब्रेंडन मैकुलम की जगह लेंगे।
गौर करने वाली बात यह है कि रणजी और आइपीएल का फारमेट बिल्कुल जुदा है। रणजी में टेस्ट तो आइपीएल में टी-20 फारमेट में मैच होते हैं। दोनों टूर्नामेंट से जुड़े नियम भी बिल्कुल अलग हैं। उनके मैचों के दौरान पैदा होने वालीं परिस्थितियां भी एक-दूसरे से मेल नहीं खातीं। दोनों के लिए तैयार की जाने वाली रणनीति का भी एक-दूसरे से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं हैं। बल्लेबाजी-गेंदबाजी के तरीके से लेकर क्षेत्ररक्षण तक सबकुछ भिन्न है। इसके बावजूद केकेआर प्रबंधन का अपनी टीम के लिए चंद्रकांत पंडित का हेड कोच के तौर पर चयन करना इस बात का साफ संकेत दे रहा है कि रणजी ट्राफी व उसके नायकों की अहमियत फिर से बढऩे लगी है।
आइपीएल पर शुरू से ही रहा है विदेशी कोचों का दबदबा
आइपीएल पर शुरू से ही विदेशी कोचों का दबदबा रहा है। इस कारण बेहतरीन देसी कोचों को भी जगह नहीं मिल पाई। केकेआर की ही बात करें तो उसके अब तक के सारे हेड कोच विदेशी रहे हैं। इसकी वजह से 2012 व 2014 में दो बार आइपीएल की चमचमाती ट्राफी हाथ तो लगी लेकिन उसका श्रेय विदेशी कोचों की तुलना में टीम के तत्कालीन देसी कप्तान गौतम गंभीर की आक्रामक कप्तानी व जुझारू रवैये को देना ज्यादा सही होगा। 2014 के बाद से केकेआर आइपीएल की हैट्रिक के लिए तरस रहा है। खिताब के इस सूखे को दूर करने को अब केकेआर ने देसी कोच पर भरोसा जताया है।
चंद्रकांत पंडित का भले खिलाड़ी के तौर पर अंतरराष्ट्रीय करियर कुछ खास न रहा हो लेकिन कोच के तौर पर उन्होंने भारी सफलता हासिल की है और वर्तमान दौर में घरेलू क्रिकेट के दिग्गज कोच में उनकी गिनती होती है। उनकी कोचिंग में मध्य प्रदेश की युवा टीम ने मुंबई जैसी पारंपरिक रूप से मजबूत प्रतिद्वंद्वी को हराकर पहली बार रणजी ट्राफी जीती थी। इससे पहले वे मुंबई और विदर्भ क्रिकेट टीमों के लिए भी कोचिंग कर चुके हैं। अब देखना यह है कि केकेआर के युवा कप्तान श्रेयस अय्यर के साथ उनकी साझेदारी कैसी रहती है। नई जिम्मेदारी को लेकर चंद्रकांत ने कहा-'खुद को सम्मानित महसूस कर रहा हूं और सकारात्मक उम्मीदों के साथ आगे बढऩे की तैयारी कर रहा हूं।