कैलाश विजयवर्गीय बोले, पश्चिम बंगाल में लागू होगा NRC
Kailash Vijayvargiya. कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि एनआरसी पश्चिम बंगाल में लागू किया जाएगा और एक भी हिंदू को देश नहीं छोड़ना पड़ेगा।
कोलकाता, प्रेट्र। पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) पर राजनीति जारी है। एक ओर जहां सीएम ममता बनर्जी का कहना है कि पश्चिम बंगाल में एनआरसी नहीं लागू होगा। वहीं, दूसरी ओर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव के कैलाश विजयवर्गीय ने बुधवार को कहा है कि पश्चिम बंगाल में एनआरसी लागू किया जाएगा और एक भी हिंदू को देश नहीं छोड़ना पड़ेगा।
विजयवर्गीय ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का नाम लिए बिना कहा कि कुछ राजनीतिक दल व राजनेता एनआरसी पर भ्रम फैला कर आम लोगों के बीच डर पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव के तौर पर मैं आप सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि एनआरसी को लागू किया जाएगा, लेकिन किसी भी हिंदू को देश नहीं छोड़ना होगा। प्रत्येक हिंदू को नागरिकता दी जाएगी।
उन्होंने टीएमसी की ओर इशारा करते हुए कहा कि कुछ लोग हैं, जो असत्य फैलाने और लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। बंगाल में एनआरसी लागू होने की अटकलों के बीच सैकड़ों लोग जन्म प्रमाण-पत्र और जरूरी दस्तावेज लेने यहां और पश्चिम बंगाल के तमाम अन्य हिस्सों में सरकारी व नगर निगम कार्यालयों के बाहर कतार में खड़े देखे जा रहे हैं। टीएमसी सरकार की ओर से इसे लागू नहीं करने के आश्वासन के बावजूद लोग भाग-दौड़ कर रहे हैं। भाजपा शासित असम में एनआरसी की अंतिम सूची से बड़ी संख्या में बंगालियों के नाम नहीं शामिल होने से लोगों में अफरातफरी का माहौल है। एनआरसी से बंगाल में अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है।
ममता ने फिर दोहराया, बंगाल में नहीं लागू होगा एनआरसी
बंगाल में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) लागू नहीं करने देने के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दावे के बावजूद इसे लेकर हड़कंप है। राज्य में मंगलवार को चार और ने एनआरसी के डर से खुदकशी कर ली। इनमें एक महिला भी शामिल है। वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फिर कहा है कि बंगाल में एनआरसी लागू नहीं होगा। कोई भी ताकत किसी नागरिक को बंगाल से नहीं निकाल सकती। कहा कि केंद्र हर मामले में जबर्दस्ती करना चाहता है। देश में एनआरसी को लेकर आतंक का माहौल बनाया जा रहा है।
इस बीच, बंगाल के विभिन्न हिस्सों में हजारों लोग मंगलवार को अपना जन्म प्रमाणपत्र और जरूरी दस्तावेज पाने के लिए सरकारी और नगर निकायों के कार्यालयों में जुटे रहे। कोलकाता नगर निगम (केएमसी) मुख्यालय, अन्य संभागीय कार्यालयों तथा राज्य के अन्य हिस्सों में बीडीओ कार्यालयों में लंबी-लंबी कतारों में लोग जरूरी दस्तावेज पाने को अपनी-अपनी बारी का इंतजार करते रहे।
शहरी विकास मंत्री व कोलकाता के मेयर फिरहाद हाकिम ने कहा-'हम लोगों से कह रहे हैं कि वे घबराए नहीं। बंगाल में एनआरसी लागू नहीं होगा। जलपाईगुड़ी, कूचबिहार में मौत : जलपाईगुड़ी जिले के बहादुर अंचल में साबेर अली नामक युवक ने कुएं में कूदकर जान दे दी। मृतक के परिजनों का आरोप है कि खुद को भारतीय नागरिक साबित करने संबंधी उसके पास दस्तावेज नहीं थे, जिससे वह काफी तनाव में रह रहा था। इसी डर से आखिरकार उसने खुदकशी कर ली। वहीं कूचबिहार जिले के कोतवाली इलाके में भी एक महिला ने एनआरसी के डर से आत्महत्या कर ली।
महिला के आधार कार्ड व राशन कार्ड में नाम गलत लिखा हुआ था, जिससे वह तनाव में आ गई थी। तीसरी मौत भी कूचबिहार में हुई। वह जरूरी दस्तावेजों की खोजबीन कर रहे थे, लेकिन नहीं मिले। इसी सदमे में जान दे दी। इसी तरह उत्तर बंगाल के धूपगुड़ी में श्यामल राय नामक व्यक्ति ने भी गमछे से गले में फंदा लगाकर खुदकशी कर ली। अपनी पहचान संबंधी कागजात के लिए वह पिछले कई दिनों से सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रहा था। कागजात नहीं मिलने से वह मानसिक अवसाद में आ गया था और अंत में मौत को गले लगा लिया।