पहले से लॉकडाउन का सही से पालन कराया जाता तो बंगाल में आज हालत ऐसे बेकाबू न होते : विजयवर्गीय
कैलाश विजयवर्गीय ने तंज कसते हुए कहा कि यदि बंगाल में शुरुआत से ही सही तरीके से लॉकडाउन का पालन कराया गया होता तो आज राज्य में कोरोना के हालात इतने बदतर नहीं होते।
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः ममता सरकार ने बंगाल में हर दिन बढ़ते कोरोना महामारी के मामले के मद्देनजर पूरे सूबे में सप्ताह में दो दिन संपूर्ण लॉकडाउन करने का निर्णय लिया है। शनिवार को लॉकडाउन का दूसरा दिन था इस पर उन्होंने कहा कि अब जब हालात पूरी तरह से अनियंत्रित हो चुका है तो लॉकडाउन किया जा रहा है। जब वास्तव में लॉकडाउन की आवश्यकता थी, उस समय दीदी को राजनीति करने की फुर्सत नहीं थी। उस समय राजनीतिक तरीके से लॉकडाउन हुआ। तृणमूल कार्यकर्ता घूम रहे थे। अल्पसंख्यकों को पूरी तरह से छूट दी गई।
यही कारण है कि कोरोना बंगाल में बढ़ा है। दीदी हर क्षेत्र में राजनीति करना अच्छा नहीं है। जितने लोग मारे गए उसका जिम्मेदार कौन है? काश पहले ईमानदारी से लॉकडाउन किया होता, तो इतने लोगों की मौत नहीं होती। तृणमूल में सांगठनिक स्तर पर भारी फेरबदल पर विजयवर्गीय ने कहा कि कोशिश की गई है कि भ्रष्ट चेहरे को हटा कर साफ-सुथरे चेहरों को सामने लाया जाए, लेकिन भुक्तभोगी जनता तृणमूल को थोड़े ही माफ करेगी। जिन्हें रुपये नहीं मिले, राहत नहीं मिली, उसको क्यों माफ करेगी?