अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस पर प्रतिभागियों ने दिखाई प्रतिभा, दिव्यांगजनों ने प्रस्तुत किए सांस्कृतिक कार्यक्रम
अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस पर ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस प्रत्येक वर्ष तीन दिसंबर को दिव्यांगजनों की पूर्ण भागेदारी एवं समाज और विकास के सभी पहलुओं में उनको शामिल करने की कार्रवाई को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया जाता है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। राष्ट्रीय गतिशील दिव्यांगजन संस्थान (कोलकाता) की ओर से गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस पर विभिन्न ऑनलाइन कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न कार्यक्रमों में प्रतिभागियों ने उमंग-उत्साह से भाग लेते हुए प्रतिभा दिखाई। अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस प्रत्येक वर्ष तीन दिसंबर को दिव्यांगजनों की पूर्ण भागेदारी एवं समाज और विकास के सभी पहलुओं में उनको शामिल करने की कार्रवाई को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया जाता है।
इस वर्ष का विषयवस्तु बेहतर निर्माण वैश्विक कोविड-19 के उपरांत दिव्यांगजनों के जीवन को सुलभ, सतत एवं समावेशी बनाने की ओर निर्धारित किया गया है। राष्ट्रीय गतिशील दिव्यांगजन संस्थान के निदेशक डॉ. अमीद इकबाल ने अपने संबोधन में कहा कि संस्थान की ओर से कोविड-19 के दौरान दिव्यांगजनों को अनवरत सेवाएं प्रदान की जाती रही है। मंत्रालय की ओर से किरण मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास हेल्पलाइन 1800 599 0019 की शुरूआत कर दिव्यांगजनों को सेवाएं प्रदान की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि संस्थान में दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के दिशा निर्देशन में जन्म से छह वर्ष की आयु के बच्चों के सुदृढ़ भविष्य के उद्देश्य से क्रॉस-डिसेबिलिटी शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र खुलने की प्रक्रिया में है। जो शीघ्र ही एक ही छत के नीचे सभी प्रकार कि पुनर्वास एवं चिकित्सीय सेवाएं प्रदान करेगा।
दिव्यांगजनों, तथा छात्रों के लिए ऑनलाइन पोस्टर, आदर्श वाक्य, निबंध एवं ड्राइंग प्रतियोगिताएं एवं संस्थान मे इलाज के लिए आने वालें दिव्यांगजनों एवं मरीजों के लिए प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया। पोस्टर में 22, आदर्श वाक्य में 18, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता 126, निबंध प्रतियोगिता में 11 तथा ड्राइंग प्रतियोगिता में 55 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से एक वेबिनार का आयोजन किया गया। जिसमें पुनर्वास एवं चिकित्सा विशेषज्ञों ने कोविड-19 के दौरान दिव्यांगजनों से संबंधित बाधाओं एवं उनको प्रदान की जा रही चिकित्सीय एवं पुनर्वास सेवाओं के बारे मे विस्तृत जानकारी प्रदान की। वेबिनार के साथ-साथ दिव्यांगजनों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए।