भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ ने 475 बोतल फेंसिडिल के साथ दो तस्करों को दबोचा
बंगाल के मालदा जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर नवादा सीमा चौकी इलाके में बीएसएफ की 24वीं बटालियन के जवानों ने सोमवार को 475 फेंसिडिल की बोतलों के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता! बंगाल के मालदा जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर नवादा सीमा चौकी इलाके में बीएसएफ की 24वीं बटालियन के जवानों ने सोमवार को 475 फेंसिडिल की बोतलों के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया। फेंसिडिल की बांग्लादेश में तस्करी का प्रयास किया जा रहा था। पकड़े गए तस्करों ने पूछताछ में अपना नाम अरविंदो सरकार (21) व आशित मंडल (32) बताया है। दोनों मालदा के कालियाचक थाना क्षेत्र का निवासी है। तस्करों ने पूछताछ में अपने कई साथियों के नामों का उल्लेख किया है, जिनके खिलाफ बीएसएफ द्वारा मामला दर्ज कराने के बाद पुलिस ने कानूनी कार्यवाही तेज कर दी है।
इस घटना के बारे में दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की ओर से सोमवार को एक बयान में बताया गया कि एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए रात लगभग 2 बजे नवादा सीमा चौक इलाके में जवानों ने दो तस्करों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की। तस्कर लगभग 15 से 20 की संख्या में गुट बनाकर सीमावर्ती क्षेत्र से फेंसिडिल बोतलें बांग्लादेश के तरफ फेंकने के मनसूबों से वहां आए थे। लेकिन सीमा सुरक्षा बल के जवानों की तत्परता के कारण 02 फेंसिडिल तस्करों को पकड़ने में कामयाबी हासिल हुई जबकि बाकी भाग निकलने में सफल रहे। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर का कहना है कि उसकी जिम्मेवारी के इलाके से शून्य तस्करी के सिद्धांत पर सभी कार्मिक दृढ़ संकल्पित है। इसके तहत 24वीं बटालियन के जिम्मेवारी के इलाके से चालू वर्ष के दौरान अबतक 33,860 फेंसिडिल की बोतलें और 12 तस्करों को पकडने में कामयाबी हासिल हुई है। 24वीं बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर अनिल होतकर ने अपने जवानों की प्रशंसा करते हुए भविष्य में भी इसी प्रकार की कार्यवाही जारी रखते हुए फेंसिडिल की तस्करी को समाप्त करने की प्रतिबद्धता जताई है।
गौरतलब है कि मालदा का कालियाचक इलाका विभिन्न तरह की तस्करी के लिए जाना जाता है। जिसमें फेंसिडिल के साथ-साथ जाली भारतीय मुद्रा, गांजा, हथियार आदि की तस्करी भी की जाती है। इस इलाके का तस्करी का नेटवर्क बांग्लादेश के जिला चपाईनवाबगंज के साथ बना हुआ है जिसके कारण भारत-बांग्लादेश सीमावर्ती क्षेत्र से इस प्रकार की तस्करी करने का प्रयास किया जाता है।सीमा सुरक्षा बल के मुस्तैद जवानों द्वारा दिन एवं रात डयूटी में दिखाई हुई तत्परता के कारण तस्कर अपने मनसूबों में कामयाब नहीं हो पाते है।