चीनी सैनिकों के साथ झड़प में शहीद हुए 2 जवानों का पार्थिव शरीर बंगाल पहुंचा, अंत्येष्टि कल
पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए बंगाल के 2 जवानों का पार्थिव शरीर गुरुवार शाम को सेना के विशेष विमान से यहां पहुंचा।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए बंगाल के 2 जवानों का पार्थिव शरीर गुरुवार शाम को सेना के विशेष विमान से यहां पहुंचा। इनमें बीरभूम जिले के मोहम्मद बाजार थाना अंतर्गत बेलघोरिया गांव निवासी राजेश ओरांग (26) एवं अलीपुरद्वार जिले के समुकतला थाना अंतर्गत बिंदीपारा गांव निवासी विपुल राय (35) शामिल हैं, जो चीनी सैनिकों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए। बीरभूम निवासी राजेश का पार्थिव शरीर पानागढ़ वायु सेना स्टेशन में शाम करीब 7:30 बजे पहुंचा।
वहीं, अलीपुरद्वार निवासी विपुल राय का पार्थिव शरीर रात 8 उत्तर बंगाल के हासीमारा वायु सेना स्टेशन पर पहुंचा। तिरंगे में लिपटे दोनों शहीद जवानों का पार्थिव शरीर पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया। दोनों वायु सेना स्टेशनों पर पहले से मौजूद सेना, वायु सेना एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों ने विमान से पार्थिव शरीर के उतरते ही उन्हें पुष्प चक्र अर्पित कर सलामी दी। इस दौरान हुगली से भाजपा के सांसद लॉकेट चटर्जी एवं विष्णुपुर से भाजपा सांसद सौमित्र खान भी वायु सेना स्टेशन में मौजूद रहे। वहीं, पानागढ़ वायुसेना स्टेशन के बाहर पहले से बड़ी संख्या में भाजपा व तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं सहित स्थानीय लोग भी इकट्ठा हो गए थे।
जैसे ही हेलीकॉप्टर की आवाज सुनाई दी वहां जमा भीड़ ने शहीद राजेश अमर रहे... के जमकर नारे लगाए एवं चीन के प्रति अपने गुस्से का इजहार किया। दरअसल, दोनों शहीदों का पार्थिव शरीर दोपहर 3 बजे ही आना था लेकिन करीब 4- 5 घंटे की देरी से पहुंचा। इसके कारण रात में दोनों के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव नहीं ले जाया जा सका। कोलकाता में रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता विंग कमांडर मनदीप हुड्डा ने बताया कि दोनों शहीदों का पार्थिव शरीर अब सुबह में सड़क मार्ग से उनके पैतृक गांव ले जाया जाएगा। उन्होंने बताया कि राजेश ओरांग का पार्थिव शरीर रात में पानागढ़ मिलिट्री स्टेशन के मार्ग में रखा जाएगा। सुबह में सेना के वाहनों से पानागढ़ से करीब 143 किलोमीटर दूर बेलघरिया उनके पैतृक गांव ले जाया जाएगा जहां उनकी अंत्येष्टि की जाएगी। इधर, दोनों जवानों की शहादत को लेकर उनके गांव में मातम पसरा हुआ है। शहीद के परिवार गमगीन हैं।