कोरोनाकाल में गरीबों की सहायता के लिए सम्मेलन प्रतिबद्ध : संतोष सराफ
कोरोना के कारण हमारे जीवन में कुछ सकारात्मक बदलाव भी आये हैं। लोग अपने स्वास्थ्य व्यायाम योग रोग प्रतिरोधक क्षमता आदि के प्रति जागरूक हुए हैं। साथ ही सामाजिक वैवाहिक धार्मिक आदि आयोजनों में आडंबर और फिजूलखर्ची पर भी नियंत्रण लगा है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। 'कोरोनाकाल में उद्योग व्यापार और रोजगार की स्थिति दयनीय बनी हुई है। दैनिक मजदूरी, छोटे उद्योग-धंधों के सामने तो अस्तित्व-संरक्षण की स्थिति है। इन विषम परिस्थितियों में, सम्मेलन ने अपनी परंपरा के अनुसार, अपनी केंद्रीय तथा प्रादेशिक शाखाओं के माध्यम से समाज के वंचित वर्ग तक पहुंचने का यथासम्भव प्रयास किया है तथा हर सम्भव सहयोग प्रदान किया है।
कोरोना के कारण हमारे जीवन में कुछ सकारात्मक बदलाव भी आये हैं। लोग अपने स्वास्थ्य, व्यायाम, योग, रोग प्रतिरोधक क्षमता, आदि के प्रति जागरूक हुए हैं। साथ ही, सामाजिक, वैवाहिक, धार्मिक आदि आयोजनों में आडंबर और फिजूलखर्ची पर भी नियंत्रण लगा है। हमारा प्रयास होना चाहिए कि इन सकारात्मक पहलुओं को हम अपनी दिनचर्या का अंग बनाये रखें।' ये वक्तव्य हैं अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सर्राफ के जो उन्होंने सम्मेलन की वार्षिक साधारण सभा की बैठक में बोलते हुए व्यक्त किये।
बैठक का आयोजन वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से किया गया। कोरोनाकाल में सम्मेलन की गतिविधियों के विषय में बोलते हुए श्री सर्राफ ने बताया कि हाल ही में गठित कोरोना राहत सेवाकार्य समिति के अन्तर्गत सम्मेलन की प्रादेशिक तथा स्थानीय शाखाओं के माध्यम से पूरे देश में नि:शुल्क मास्क का वितरण किया जा रहा है। साथ ही, मारवाड़ी सम्मेलन भोजनालय कार्यक्रम के अंतर्गत कोलकाता के विभिन्न स्थानों पर रोजाना 300 संसाधनहीन लोगों को नि:शुल्क भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है। इस कार्यक्रम को देश के अन्य स्थानों पर भी चलाने की योजना है।
सम्मेलन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नंदलाल रुंगटा ने कहा कि मौजूदा सत्र में संतोष सराफ के नेतृत्व में हर क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हुआ है। पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. हरिप्रसाद कानोड़िया ने कहा कि सम्मेलन सदैव देश की एकता तथा प्रगति के लिए कार्य करता रहेगा। पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रामअवतार पोद्दार एवं प्रह्लाद राय अगरवाला ने कोरोनाकाल में सम्मेलन द्वारा किये गये सेवाकार्यों को महनीय बताया।