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आइआइटी खडग़पुर और यूनीवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर ने लांच किया भारत-यूके डुअल डॉक्टरल प्रोग्राम

इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आइआइटी) खडग़पुर और यूनीवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर ने बुधवार को भारत-यूके डुअल डॉक्टरल प्रोग्राम को लांच किया। इसके तहत छात्रों को संयुक्त रूप से भर्ती किया जाएगा और वे दोनों संस्थानों की विशेषज्ञता सुविधाओं और बुनियादी ढांचे से लाभान्वित होंगे

By Vijay KumarEdited By: Published: Wed, 17 Mar 2021 09:17 PM (IST)Updated: Wed, 17 Mar 2021 09:17 PM (IST)
आइआइटी खडग़पुर और यूनीवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर ने लांच किया भारत-यूके डुअल डॉक्टरल प्रोग्राम
इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आइआइटी) खडग़पुर file photo

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आइआइटी) खडग़पुर और यूनीवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर ने बुधवार को भारत-यूके डुअल डॉक्टरल प्रोग्राम को लांच किया। इसके तहत छात्रों को संयुक्त रूप से भर्ती किया जाएगा और वे दोनों संस्थानों की विशेषज्ञता, सुविधाओं और बुनियादी ढांचे से लाभान्वित होंगे और उन्हें दोनों शिक्षा संस्थानों में समय व्यतीत करने का अवसर प्राप्त होगा। यह प्रोग्राम इस साल जुलाई से शुरू होगा। इससे जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सफल उम्मीदवारों को दोनों संस्थानों में दाखिला लेना होगा। पहला साल आइआइटी खडग़पुर में बिताना होगा और बाकी अवधि दोनों संस्थानों में बांट दी जाएगी।

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आइआइटी खडग़पुर इससे पहले ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और कनाडा के विश्वविद्यालयों के साथ इस तरह के प्रोग्राम शुरू कर चुका है। यह पहली बार है, जब किसी ब्रिटिश विश्वविद्यालय के साथ मिलकर इस तरह का प्रोग्राम शुरू किया जा रहा है। आइआइटी खडग़पुर के पूर्व डीन (अंतरराष्ट्रीय संबंध) बैदुर्य भट्टाचार्य ने कहा कि यह एक अद्वितीय साझेदारी है, जो एक-दूसरे के अनुसंधान की गुणवत्ता और अकादमिक वर्षों में विकसित किए गए विश्वास और सम्मान से संभव हुई है।

डॉक्टरल परियोजना को परिभाषित करने, चयन और प्रवेश के लिए छात्र के पर्यवेक्षण, थीसिस कार्य और मूल्यांकन और अंत में डिग्री का पुरस्कार, सब कुछ संयुक्त रूप से प्रशासित किया जाता है। मेरा मानना है कि यह प्रोग्राम भविष्य में आइआइटी खडग़पुर और शीर्ष ब्रिटिश विश्वविद्यालयों के बीच समान साझेदारी के लिए खाका प्रदान करेगा। दोनों शिक्षण संस्थानों के संकाय सदस्य संयुक्त रूप से उन परियोजनाओं को परिभाषित करेंगे जो एक संयुक्त प्रोगाम बोर्ड द्वारा अनुमोदित हैं।


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