West Bengal Politics : मैं भाजपा में ही रहूंगा, टीएमसी में नहीं जा रहा : अशोक लाहिड़ी
दावा-जाने-माने अर्थशास्त्री ने लोक लेखा समिति (पीएसी) के अध्यक्ष के रूप में राय की विवादास्पद नियुक्ति पर टिप्पणी कर टीएमसी में शामिल होने की अटकलों को किया खारिज। कहा- बंगाल के विकास के लिए अर्थशास्त्री के रूप में राज्य सरकार को सलाह देने को तैयार।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : जाने-माने अर्थशास्त्री और बालुरघाट से भाजपा विधायक अशोक लाहिड़ी ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल होने की अटकलों को मंगलवार को खारिज कर दिया। हालांकि इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार बंगाल के विकास के लिए उनसे सलाह लेती है तो उन्हें खुशी होगी और वह वित्तीय मामलों पर रचनात्मक सलाह देने के लिए तैयार हैं।
टीएमसी में जाना अफवाह
पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के 18 सितंबर को ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल होने के बाद अफवाहें चल रही थीं कि भारत सरकार के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार रहे लाहिड़ी सहित एक या दो भाजपा विधायक जल्द ही टीएमसी में शामिल हो सकते हैं। इन अफवाहों के बीच उत्तर बंगाल के बालुरघाट से विधायक लाहिड़ी ने यहां भाजपा कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उनके पार्टी बदलने की अटकलों का कोई आधार नहीं है और वह भाजपा विधायक के रूप में काम करना जारी रखेंगे।
सुझाव देने के लिए तैयार
लाहिड़ी ने जोर देकर कहा कि मेरे बारे में अफवाहें फैलाई जा रही है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि मैं भाजपा में हूं और टीएमसी में नहीं जाउंगा। लाहिड़ी ने इन अफवाहों को भी खारिज किया कि टीएमसी नेतृत्व पार्टी बदलने के लिए उनसे संपर्क किया है। उन्होंने कहा कि एक विपक्षी विधायक के रूप में मेरा काम लोगों के मुद्दों, उनकी समस्याओं को उजागर करना होगा। साथ ही कहा कि एक अर्थशास्त्री के रूप में वित्तीय मामलों पर विभिन्न राज्यों की मदद करने के बाद, मैं बंगाल सरकार को भी तकनीकी मामलों पर सुझाव देने के लिए तैयार हूं, यदि पूछा जाए।
कोई टिप्पणी नहीं : लाहिड़ी
वहीं, भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीतकर तृणमूल कांग्रेस में वापसी करने वाले मुकुल राय के सवाल पर लाहिड़ी ने कहा, मुझे यकीन नहीं है कि वह तृणमूल से हैं या भाजपा से। दरअसल, आधिकारिक तौर पर कृष्णनगर उत्तर के भाजपा विधायक राय ने पार्टी बदलने के बाद भी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया। वहीं, लोक लेखा समिति (पीएसी) के अध्यक्ष के रूप में राय की विवादास्पद नियुक्ति पर लाहिड़ी ने कहा, चूंकि माननीय उच्च न्यायालय ने इस मुद्दे पर एक आदेश दिया है और चूंकि विधानसभा अध्यक्ष इस मामले पर विचार कर रहे हैं, इसलिए मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।